बेकाबू होते कोरोना संक्रमण के बीच उत्तर प्रदेश में कराए जा रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत आज पहले चरण का मतदान हो रहा है। सुबह सात बजे से उत्तर प्रदेश के 18 जिलों में पंचायत चुनाव के लिए वोट पड़ रहे हैं। लोकल सरकार बनाने के लिए पूरब से पश्चिम तक मतदाताओं का उत्साह देखते ही बनता है लेकिन इस उत्साह में लगातार जानलेवा साबित हो रहे कोरोना वायरस का डर भी काफूर हो गया है। अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर को लेकर मची मारामारी और शवदाह स्थलों पर लम्बी वेटिंग लिस्ट कुछ भी मतदाताओं को ठहरकर अपने लिए कतार में थोड़ी सुरक्षित जगह खोजने के लिए मजबूर नहीं कर पा रहा है।
बैलेट पेपर पर अपनी पसंद के उम्मीदवार के सिंबल के आगे मुहर लगाने की जल्दी में लोग एक-दूसरे पर ढहे जा रहे हैं। लम्बी-लम्बी कतारों में न कहीं सोशल डिस्टेसिंग है न नाक-मुंह से सरकते मास्क की और हाथों को सैनिटाइज कर लेने की चिंता। कई मतदाताओं के चेहरे से तो मास्क भी नदारद है। गाजियाबाद, प्रयागराज, महोबा, हरदोई, गोरखपुर, संतकबीरनगर सहित विभिन्न जिलों से आ रही तस्वीरें जिला प्रशासन के दावों की पोल खोलती नजर आ रहीं हैं। जहां देखिए वहां एक जैसे हालात नज़र आ रहे हैं। इस बीच कई जिलों में मतदान केंद्रों पर ग्रामीणों ने वोटर लिस्ट से अपने नाम गायब पाए तो प्रदर्शन और हंगामे पर उतर आए। इस अफरातफरी में कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ने में रही-सही कसर भी पूरी हो गई।
हरदोई से खबर आई आई कि वहां वोटिंग के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल की बिल्कुल कद्र नहीं की जा रही है। मतदाताओं को सोशल डिस्टेंसिंग का रत्ती भर ख्याल नहीं रह गया है। उधर, प्रयागराज के ज्यादातर पोलिंग बूथों पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ने की खबर है। सैनिटाइजर और मास्क का इस्तेमाल इक्का-दुक्का जगहों पर ही दिख रहा है। कई बूथों पर बाहर बैठे सुरक्षा कर्मियों ने बिना मास्क आए मतदाताओं को वापस लौटाना शुरू कर दिया है। प्रशासनिक अधिकारी लोगों से लगातार कोरोना नियमों के पालन की अपील कर रहे हैं लेकिन कोई उन पर कान देना नहीं दिख रहा है। जौनपुर के कई मतदान केंद्रों से भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ने की खबर आ रही है। बदलापुर के कमालपुर मतदान केंद्र पर तो कोविड प्रोटोकॉल के पालन को लेकर हंगामा भी हुआ। अयोध्या, आगरा, गोरखपुर सहित तमाम जिलों से ऐसी ही लापरवाहियों की खबरें और तस्वीरें आ रही हैं। ऐसे में विशेषज्ञों को चिंता सता रही है कि बेकाबू हो चुका कोरोना पहले चरण की वोटिंग के बाद कहीं और विकराल रूप धारण न कर ले।
यूपी में तेजी से बढ़ रहे केस
उधर, उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सबसे ज्यादा केस लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और वाराणसी में आ रहे हैं। इन बड़े शहरों में मरीजों को एक बेड पाना मुश्किल हो रहा है। स्थिति यह है कि बड़ी-बड़ी सिफारिशें भी काम नहीं आ रही हैं। इस बीच सरकार ने लोगों से अस्पतालों में भीड़ न बढ़ाने और बहुत जरूरत न होने पर घर पर ही आइसोलेट होने की अपील की है। सरकार युद्धस्तर पर सुविधाएं बढ़ाने के दावे कर रही है। इस दौरान बुधवार को लखनऊ-5,433, प्रयागराज-1,702, कानपुर-1221 और वाराणसी-1,585 में कोरोना केस सामने आए। यूपी में आए कुल कोरोना के मामलों में 48.46 फीसदी अकेले इन्हीं चार जिलों से मिले हैं।