कोरोना के कारण हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा निरस्त होने के बाद 56 लाख छात्र-छात्राओं के परिणाम का फॉर्मूला शासन ने रविवार को जारी कर दिया। उच्चस्तरीय समिति के सुझाव पर यूपी बोर्ड ने 17 तरह के फॉर्मूला तैयार कर शासन को प्रस्तुत किया जिसे मंजूरी मिल गई। इनमें 12वीं के 15 और 10वीं के लिए दो फॉर्मूले शामिल हैं।
इंटर संस्थागत कला, वाणिज्य, विज्ञान एवं व्यावसायिक वर्ग में गैर प्रायोगिक व प्रायोगिक विषयों के लिए अलग-अलग दो और कृषि विषयों के लिए चार फॉर्मूले हैं। कला, वाणिज्य, विज्ञान, व्यावसायिक वर्ग के प्राइवेट एवं पत्राचार शिक्षा प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं के लिए दो अलग-अलग और कृषि वर्ग के लिए चार फॉर्मूले को मंजूरी मिली है।
इंटर में एक विषय से परीक्षा देने के लिए फॉर्म भरने वाले छात्रों को रिजल्ट उनकी पूर्व की 12वीं बोर्ड परीक्षा के औसत अंक के आधार पर तैयार होगा। इंटर व हाईस्कूल समकक्षता के लिए आईटीआई पास छात्रों को हिन्दी के प्राप्तांक पर परिणाम देंगे। सैनिक, जेलबंदी परीक्षार्थी और पत्राचार शिक्षा द्वितीय वर्ष प्रायोगिक व गैर प्रायोगिक के छात्रों को औसत अंक मिलेंगे।
हाईस्कूल में संस्थागत व व्यक्तिगत छात्र छात्राओं के लिए अलग-अलग दो फॉर्मूले पर रिजल्ट तैयार किया जाएगा। जो छात्र अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं होते और अंक सुधार के लिए पुनः परीक्षा में सम्मिलित होना चाहते हैं, उन्हें 2022 की बोर्ड परीक्षा में नि:शुल्क अंक सुधार के लिए एक या एक से अधिक कितने भी विषयों में परीक्षा में बैठने का अवसर दिया जाएगा। उनका परीक्षाफल वर्ष 2021 का ही माना जाएगा।
जुलाई दूसरे या तीसरे सप्ताह में आ सकता है परिणाम
प्रयागराज। हाईस्कूल और इंटर का फॉर्मूला तैयार होने के साथ ही रिजल्ट का इंतजार होने लगा है। सूत्रों के अनुसार परिणाम जुलाई के दूसरे या तीसरे सप्ताह में घोषित हो सकता है।