Super Blood Moon 2021: साल 2021 का पहला चंद्र ग्रहण 26 मई को है। इसी दिन सुपर मून (Super Blood Moon) होगा। जानकारों का कहना है कि कोरोना लॉकडाउन के कारण प्रदूषण कम है। आसमान साफ है। ऐसे में 26 मई को होने वाले सुपर मून का अवलोकन करने का यह सबसे सही वक्त है। सुपर मून जिसका आकार सात फीसद बड़ा होगा और यह सामान्य दिनों की अपेक्षा 16 प्रतिशत ज्यादा चमकदार भी होगा। 26 मई को चंद्रमा पृथ्वी के सबसे नजदीक होगा। इसी दिन पूर्णिमा का चांद भी देखा जाएगा। इसे सुपर मून या सुपर फ्लावर मून के नाम से जाना जाता है। 26 मई को दोपहर 01ः53 पर चंद्रमा पृथ्वी के सबसे करीब होगा। इस समय चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी मात्र 3 लाख 57 हजार 309 किमी रह जाएगी। चंद्रमा शाम लगभग 06ः54 पर उदय होगा। ऐसे में सूर्यास्त के साथ ही हम सब इस सुपर मून का अवलोकन कर सकेंगे।
खगोलीय घटना: चंद्रमा सामान्य दिनों के मुकाबले सात प्रतिशत बड़ा और 16 फीसद ज्यादा चमकदार नजर आएगा
कब होता है सुपर मून: इंदिरा गांधी नक्षत्रशाला के वैज्ञानिक अधिकारी सुमित श्रीवास्तव बताते हैं कि पृथ्वी की चंद्रमा से दूरी 3,84,400 किलोमीटर मानी जाती है। एक वक्त में चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी लगभग 4,05,696 किलोमीटर हो जाती है। इस स्थिति को अपोगी कहते हैं। इसके ठीक विपरीत चंद्रमा के पृथ्वी के सबसे ज्यादा करीब होने की स्थिति को पेरिगी कहते हैं, जिसमें पृथ्वी और चंद्रमा की बीच की दूरी लगभग 3,57,000 किलोमीटर रह जाती है। यदि चंद्रमा के पेरिगी की स्थिति में पूर्णिमा पड़ती है तो सुपर मून दिखाई देता है। वर्ष में 12 पूर्णिमा ही पड़ती हैं। कभी-कभी ये संख्या 13 हो जाती है। पेरिगी की स्थिति में पूर्णिमा भी पड़े। यह एक खास घटना है।