Schools Reopen News: कोरोना महामारी का बच्चों पर सबसे बड़ा असर उनकी पढ़ाई के नुकसान के रूप में देखने को मिला है। अधिकांश राज्यों में स्कूल अब तक नहीं कुल पाए हैं। कुछ राज्यों ने हिम्मत की थी, लेकिन कोरोना की नई लहर ने पीचे हटने को मजबूर कर दिया। इस बीच, दिल्ली में स्कूल खोलने को लेकर वहां के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि राजधानी में स्कूल तब तक नहीं खुलेंगे जब तक कि वैक्सीन नहीं आ जाती। एक इंटरव्यू में मनीष सिसोदिया ने यह बात कही। यह बात कॉलेजों पर लागू होगी। केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन का ऐलान किए जाने के बाद सोलह मार्च को दिल्ली में स्कूल कॉलेज बंद हुए थे।
इससे पहले दिल्ली सरकार ने कहा था कि स्कूल 30 दिसंबर तक बंद रहेंगे। मनीष सिसोदिया ने कहा, हम पालकों से लगातार प्रतिक्रिया प्राप्त करते रहते हैं कि वे वास्तव में इस बारे में चिंतित हैं कि क्या यह स्कूलों को फिर से खोलना सुरक्षित है। जहां कहीं भी स्कूल फिर से खुल गए हैं, वहां बच्चों के बीच COVID-19 मामले बढ़ गए हैं। इसलिए हमने फैसला किया है कि अब राष्ट्रीय राजधानी में स्कूल फिर से नहीं खुलेंगे, जब तक कि वैक्सीन नहीं आ जाती।
अनलॉक 5′ दिशानिर्देशों के अनुसार, राज्य चरणों में स्कूलों को फिर से खोलने पर विचार कर सकते हैं। कई राज्यों ने स्कूलों को फिर से खोलने की प्रक्रिया भी शुरू की, लेकिन कुछ ने कोरोना वायरस मामलों में वृद्धि के कारण फिर से बंद होने की घोषणा की। इससे पहले, स्कूलों को कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को स्वैच्छिक आधार पर 21 सितंबर से स्कूल बुलाने की अनुमति दी गई थी।
कर्नाटक में भी 31 दिसंबर तक स्कूल बंद
कर्नाटक के स्कूल दिसंबर में खुलेंगे नहीं। बहुत विचार-विमर्श के बाद, राज्य सरकार द्वारा निर्धारित तकनीकी सलाहकार समिति ने दिसंबर में स्कूलों को फिर से न खोलने की सलाह राज्य सरकार को दी है। स्थिति की समीक्षा दिसंबर के अंतिम सप्ताह में की जाएगी।
समिति के अध्यक्षता डॉ. एम.के. सुदर्शन हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य में कोरोना के केस घटे हैं और इस समय में महत्वपूर्ण बात यह है कि इस स्थिति में और सुधार किया जाए। हालांकि प्रदेश में कॉलेजों को फिर से खोल दिया गया है, उपस्थिति भी संतोषजनक है। समिति ने अन्य राज्यों की स्थिति का भी आंकलन किया है जिन्होंने हाल के दिनों में COVID मामलों में तेजी दिखाई है। वर्तमान में दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, अन्य राज्यों में मामलों की संख्या बढ़ी है।