पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मध्य-दक्षिण एशिया सम्मेलन में भाग लेने के लिए ताशकंद पहुंचे हैं। यहां उनसे एक भारतीय पत्रकार ने जह भारत के साथ संबंधों को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने इसके लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा को जिम्मेदार ठहरा दिया। न्यूज एजेंसी एएनआई के पत्रकार ने उनसे पूछा क्या बातचीत और आतंकवाद, दोनों साथ-साथ चल सकते हैं।
इसके जवाब में इमरान खान ने कहा कि भारत के साथ रिश्तों को बेहतर करने की कोशिश करते हैं, लेकिन आरएसएस की विचारधारा बीच में आ गई है।
आपको बता दें कि भारत हर अंतर्राष्ट्रीय मंच से आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान को घेरता है। भारत का साफ-साफ कहना है कि पाकिस्तान जब तक आतंकवाद को आश्रय देना बंद नहीं करता है, तब तक बातचीत संभव नहीं है।
इससे पहले अफगानिस्तान की मौजूदा हालत के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराए जाने संबंधी अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि ऐसा कहना बहुत ही गलत है। गनी ने कहा था कि अफगान शांति प्रकिया में पाकिस्तान की भूमिका नकारात्मक रही है और उनके इसी बयान पर इमरान खान ने शुक्रवार को यह प्रतिक्रिया व्यक्त की।