बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ी पार्टी बनने के बाद भी सत्ता से दूर रहा राजद अपने हार के कारणों को जानने में जुटी है। इसी कड़ी में आज सोमवार, 21 दिसंबर को राजद कार्यालय में तेजस्वी यादव के निर्देश पर समीक्षा बैठक बुलाई गई। इस बैठक में विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार, सभी जिला अध्यक्ष, सभी जिले के प्रधान महासचिव पहुंचे। इसके अलावा पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं ने इस बैठक में भाग लिया।
विधानसभा चुनाव परिणाम के बाद होने जा रही राजद की यह पहली बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण थी। सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार इसमें चुनाव परिणाम के अलावा किसान आंदोलन को लेकर कृषि कानूनों पर भी चर्चा हुई। पार्टी ने राज्य की कानून-व्यवस्था सहित अन्य मसलों पर भी सभी से राय जानने में जुटी रही।
चुनाव में हार के बाद भी विपक्ष ने सीख नहीं ली : BJP
भाजपा के वरिष्ठ नेता स्वास्थ्य सह पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद भी विपक्षी दलों ने अबतक कुछ सीख ग्रहण नहीं की है। यही कारण है कि अबतक न तो उन्हें बिहार की तरक्की दिख रही और न ही यहां के लोगों की खुशहाली वे महसूस कर पा रहे हैं। मंत्री ने कांग्रेस और राजद के आचरण और व्यवहार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि असल में विपक्ष के नेता ने भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी कांग्रेस पार्टी के नेताओं से शिक्षा-दीक्षा ली है। एक को सरकार की कल्याणकारी योजनाएं नहीं दिखती तो दूसरे को चहुंओर हो रही पीएम और सीएम के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यों की हो रही प्रशंसा सुनाई नहीं पड़ती। कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने में केंद्र और बिहार सरकार ने जो तत्परता और जज्बा दिखाया है, उसकी प्रशंसा देश-दुनिया में हो रही है।
मंगल पांडेय ने कहा कि विपक्ष के नेता अपनी पहचान को कैसे छोड़ सकते हैं। उनके माता-पिता के राजपाट में घटी आपराधिक घटनाओं के इतिहास का पन्ना पलटना चाहिए। रोज गिनती गिन रहे नेता प्रतिपक्ष काश राजद के शासन में घटनाओं को भी वे गिनते। कांग्रेस हो या राजद, इनके नेताओं के अनर्गल कुप्रचार का जनता की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ता है क्योंकि दोनों की कथनी और करनी को जनता जानती है।