Railway Crime News: ट्रेन पलटाने की साजिश रचते हुए हजारों यात्रियों की जान जोखिम में डालने की कोशिश करने वाले बदमाश को पकड़ने में ऐशबाग पुलिस ने भले ही रुचि नहीं ली, लेकिन रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) ने उक्त बदमाश को पकड़ लिया है। आरपीएफ ने इसके लिए दो जवानों की स्पेशल ड्यूटी लगाई थी। दोनों ने 14 दिन की मेहनत के बाद आरोपित को पकड़ने में कामयाबी हासिल की। 12 मकान, दुकान और कारखानों में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज 32 घंटे तक खंगाले। फुटेज में बदमाश का हुलिया तो समझ आया लेकिन चेहरा साफ दिखाई नहीं दिया तो आठ मुखबिरों को बुलाकर पहचान करवाई। तब जाकर तय हुआ कि ट्रेन पलटाने की कोशिश भोला उर्फ कार्तिक ने ही की थी। आरपीएफ ने उसे 15वें दिन शनिवार शाम को पकड़ लिया है और ऐशबाग पुलिस को सौंप दिया है। भोला ने कबूला है कि उसने शराब के नशे में ट्रैक पर पटरी रख दी थी। इसी पटरी के टुकड़े से गश्त कर रहा एक इंजन टकराया था। गनीमत रही कि तेज गति से दौड़ने वाली कोई ट्रेन नहीं टकराई थी। यदि टकराती तो हजारों यात्रियों की जान जोखिम में पड़ सकती थी।
यह है मामला
हबीबगंज स्टेशन से 19 जून को रात 11 बजे एक रेल इंजन भोपाल स्टेशन की तरफ जा रहा था, जो पुल बोगदा के पास अचानक तेज आवाज के साथ बंद हो गया। ड्राइवर ने उतरकर देखा तो पता चला कि रेलवे ट्रैक पर आठ फीट लंबी लोहे की पटरी रखी थी, जिससे इंजन टकराया है। इंजन क्षतिग्रस्त हो गया था। घटना की जानकारी देकर उक्त ट्रैक पर आने वाली ट्रेनों को रुकवाया गया था। यदि इंजन की जगह तेज गति से गुजरने वाली ट्रेन होती तो बड़ा हादसा भी हो सकता था।
हार नहीं मानी
दरअसल भोला ने रात के अंधेरे में पटरी रखी थी। उसे पकड़ पाना मुश्किल था। भोपाल आरपीएफ थाने में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक चंदन सिंह और आरक्षक इंदर यादव बताते हैं कि घटनास्थल के आसपास के चार घंटों के सीसीटीवी कैमरे देख कुछ नहीं मिला। फिर पुल बोगदा के पास मैदा मिल परिसर में लगे कैमरे के सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो एक व्यक्ति घटना के कुछ समय पहले ट्रैक के पास से गुजरता हुआ दिखाई दिया लेकिन वह पहचान में नहीं आया। उक्त हुलिए वाले व्यक्ति का शहर के स्मार्ट पोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर पीछा करते रहे। कोई बड़ी सफलता नहीं मिली। फिर लगने लगा कि अब बदमाश नहीं मिलेगा। तब भी हार नहीं मानी। सीसीटीवी फुटेज को आठ से 10 मुखबिरों को दिखाया। तब बात साफ होने लगी कि ट्रैक पर पटरी रखने वाला भोला ही है, जिसे पुष्पा नगर से पकड़ लिया है।
रेलवे ट्रैक पर पटरी का टुकड़ा रखने की घटना गंभीर थी। भले ही इस मामले में ऐशबाग थाने में अपराध दर्ज था, लेकिन आरपीएफ ने खुद के स्तर पर तय किया था कि आरोपित को जल्द से जल्द पकड़ा जाए, ताकि वह इस तरह की दूसरी घटना को अंजाम न दे सके। इस काम में चंदनसिंह और इंदर यादव को लगाया था। मैं खुद प्रतिदिन समीक्षा कर रहा था। आरोपित को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है।