Politics Indore news। पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ी कीमतों के खिलाफ कांग्रेसी नेता द्वारा शनिवार को इंदौर में शहर में बाजार को जबरन बंद करवाते हुए नजर आए। यूं तो शहर में बाजार सुबह 11 बजे के बाद ही खुलता है। इसलिए कांग्रेस के घोषित आधे दिन के बंद का कोई असर नजर नहीं आया।
कांग्रेस ने विधानसभा के अनुसार बंद की जिम्मेदारी प्रभारियों को सौंपी थी। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी के क्षेत्र भंवरकुआ में दुकानें खुली रही। जबकि भाजपा के गढ़ कहे जाने वाले विधानसभा चार में भी बंद का असर नहीं दिखा। अन्न्पूर्णा क्षेत्र में और रणजीत हनुमान मंदिर रोड पर कांग्रेसियों के जत्थों ने जबरन दुकानें बंद करवा दी। शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल समर्थकों के साथ पलासिया, मिल क्षेत्र, एमजी रोड क्षेत्र में दुकानें बंद करवाने निकले। पलासिया क्षेत्र में कई दुकानें खुली नज़र आई। इसके लिए कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और दुकानदारों में बहस भी हुई। जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव समर्थकों के साथ खण्डवा रोड, तेजाजी नगर की दुकानों को जबरन बंद करवाते दिखे। यादव को खबर मिली कि भंवरकुआं पर दुकानें खुली है तो वे वहां भी दुकानदारों से बात करने पहुंचे। राजबाड़ा पर कांग्रेस नेताओं की अपील के कुछ देर के लिए गिरे दुकानों के शटर फिर खुल गए।
दुकानदार बोले : कई दुकानदारों ने दबी जुबान में कहा कि कांग्रेस को पता था कि उन्हें बंद के दुकानदारों का समुचित समर्थन नहीं मिलेगा। इसलिए उसने आधे दिन के लिए बंद करने की घोषणा की। यूं भी कांग्रेस के बंद का असर यूं भी कम ही पड़ना था। क्योंकि शहर के बाजार में सुबह 11 बजे के बाद ही कामकाज शुरू होता है और ग्राहक भी 12 बजे के बाद ही दुकान पर आते हैं।