‘हैलो, मैं प्रधानमंत्री कार्यालय से बोल रहा हूं, प्रधानमंत्री जी आपसे बात करेंगे। वाराणसी में सुबह जब कुछ लोगों के फोन पर घंटी बजी और कहा गया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से बोल रहे और पीएम मोदी बात करेंगे तो सभी कुछ पल के लिए संजीदा हो गए। प्रधानमंत्री भी इस बात को समझ रहे थे इसलिए मंत्री, पदाधिकारी से लेकर कार्यकर्ता तक से जब बात की तो पहले उनका और उनके परिजनों का कुशलक्षेम पूछा और फिर काशी का हाल जाना।
मास्क की पहली जरूरत डाक्टर, सफाईकर्मी को, आप गमछे का करें बखूबी इस्तेमाल
पदाधिकारियों से बातचीत के दौरान जब प्रधानमंत्री को पता चला कि भारी संख्या में वे मास्क तैयार करा रहें तो उन्होंने कहा कि मास्क बनवाने में अपनी ऊर्जा न लगाएं। बनारस का गमछा किसी मास्क से कम नहीं। उत्तर प्रदेश में लोग तौलिया और गमछा कंधे पर डालकर चलते हैं। गमछा और तौलिया किसी मास्क से कम नहीं। लोगों की आदत डलवाएं कि वह गमछा-तौलिया मुंह पर लगाकर चलें। मास्क की इस समय सबसे अधिक आवश्यकता डाक्टर, सफाईकर्मियों, पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को है।