नई दिल्ली। Pariksha Pe Charcha 2020 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ट्वीट कर घोषणा की है कि वह जनवरी में ‘परीक्षा पर चर्चा 2020’ कार्यक्रम करने जा रहे हैं। इस अनोखे कार्यक्रम में नौवीं से 12वीं कक्षा के छात्र हिस्सा ले सकते हैं। इसका आयोजन जनवरी में होगा, जिसका मकसद छात्रों के परीक्षा तनाव को कम करना है। विजेता अगले साल जनवरी की शुरुआत होने वाली परीक्षा पे चर्चा 2020 में हिस्सा ले सकेंगे।
मोदी ने ट्वीट में लिखा- परीक्षाएं नजदीक आ रही हैं और परीक्षा पर चर्चा भी! चलो हम सब मिलकर तनाव रहित परीक्षा को सुनिश्चित करते हैं। इस अनोखे कार्यक्रम में नौवीं से 12वीं कक्षा के छात्र हिस्सा ले सकते हैं और विजेताओं को अगले साल होने वाले परीक्षा पर चर्चा 2020 कार्यक्रम में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। बताते चलें कि इस कार्यक्रम का मकसद न सिर्फ छात्रों के तनाव को कम करना है, बल्कि चुनिंदा छात्रों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने और उनसे सवाल पूछने का भी मौका देते हैं।
प्रधानमंत्री के ट्वीट के साथ जारी लिंक में कहा गया है कि 2018 और 2019 में परीक्षा पे चर्चा की सफलता और उत्साह को देखते हुए एक बार फिर परीक्षा पे चर्चा का आयोजन किया जा रहा है। प्रतिभागियों को पांच में से किसी एक विषय पर अधिकतम 1500 अक्षरों में अपनी प्रतिक्रिया देनी है। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए केंद्र सरकार की वेबसाइट mygov.in पर जाना है। यहां आपको परीक्षा पे चर्चा की आधिकारिक वेबसाइट की लिंक मिल जाएगी।पीपीसी 2020 के लिए जो विषय दिए गए हैं उनमें- ‘कृतज्ञता एक महान गुण है’, आपकी आकांक्षाओं से संवरता है आपका भविष्य, परीक्षा का मूल्यांकन, हमारे कर्तव्यों पर आपके विचार, संतुलन है फायदेमंद।
कृतज्ञता एक महान गुण है, विषय के बारे में छात्रों को अब तक की उनकी शैक्षणिक यात्रा में जिन लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उन पर एक संक्षिप्त संस्मरण लिखें। साथ ही उल्लेख करें कि वे क्या करते हैं और आप उनके प्रति क्यों आभारी हैं। वहीं, आपकी आकांक्षाओं से संवरता है आपका भविष्य विषय पर छात्रों को लिखना है-
भविष्य में आपने अपने लिए क्या लक्ष्य निर्धारित किए हैं? यह क्या है जिसे आप कैरियर के तौर पर चुनना चाहते हैं और क्यों?
परीक्षा का मूल्यांकन विषय में छात्रों को बताना है कि क्या आपको लगता है कि हमारी परीक्षा प्रणाली छात्रों की वास्तविक क्षमता का मूल्यांकन करने में मदद करती है? एक आदर्श परीक्षा प्रणाली कैसी होनी चाहिए, इस संबंध में अपने सुझाव दें। हमारे कर्तव्यों पर आपके विचार विषय पर छात्रों को बताना है कि हमारा संविधान कर्तव्यों पर उतना ही जोर देता है जितना कि अधिकारों पर। हमें अपने अधिकारों के बारे में जितना जागरूक और सतर्क रहने की आवश्यकता है, उतना ही हमें अपने कर्तव्यों का पालन भी करना चाहिए। ऐसे कौन से कर्तव्य हैं जिन्हें लोग अपने दैनिक जीवन में अपना सकते हैं और कैसे? देश के सभी नागरिकों को और ज्यादा कर्तव्यनिष्ठ बनाने के लिए प्रेरक आलेख लिखें।
आखिरी विषय है- संतुलन है फायदेमंद, जिसमें छात्रों को बताना है कि एक छात्र के लिए केवल पुस्तक और पढ़ाई ही महत्वपूर्ण नहीं है। उनके लिए पाठ्येतर गतिविधियां, हॉबी, खेल और अन्य कई चीजें भी जरूरी है। पढ़ाई के अतिरिक्त ऐसी कौन सी गतिविधियाँ हैं जो आप नियमित रूप से करते हैं? आप इनके बीच संतुलन कैसे बनाए रखते हैं?