बिहार के पूर्णिया जिले के अमौर प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली परमान नदी के किनारे बसे हजरिया टोला से कुछ दूरी पर मछुआरों ने मछली पकड़ने के लिए जाल डाला तो उसमें मगरमच्छ फंस गया।
आधाग पंचायत के हजरिया गांव निवासी प्रदीप महलदार, सुरेश महलदार आदि मछुआरों ने बताया कि रोज की तरह शुक्रवार की सुबह जब वे मछली पकड़ने के लिए जाल डाले थे तभी अचानक कुछ देर बाद जाल जोर से हिलने लगा। जिसे देखकर मछुआरों को लगा कि कोई बड़ी मछली फंसी है। कई मछुआरों ने मिलकर जब जाल को किनारे खींचा तो देखकर सबके होश उड़ने लगे। मछली की जगह जाल में तकरीबन लगभग 7 फीट का एक विशालकाय मगरमच्छ का जबड़ा फंसा हुआ था। इसके बाद लोगों में अफरा-तफरी मच गई।
विशालकाय मगरमच्छ को देखने के लिए नदी किनारे ग्रामीणों की भीड़ जमा होने लगी। जाल से निकलने के लिए फड़फड़ा रहे मगरमच्छ को मछुआरों सहित स्थानीय लोगों ने हिम्मत कर जाल के दूसरे सिरे को पकड़ कर मगरमच्छ को पूरी तरह से उसमें लपेट लिया और बाहर ले आए। इसके बाद गांव के लोगों ने इसकी सूचना संबंधित पंचायत के जनप्रतिनिधियों को दी। फिर इस मामले की सूचना थाने सहित वन विभाग की टीम को दी गयी।
दस दिन पहले भी दिखा था ग्रामीणो को लाल मगरमच्छ
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि दस दिन पूर्व भी इसी नदी के आशियानी धार के पास ग्रामीणों ने दिन में एक लाल मगरमच्छ को देखा था जो नदी से कुछ समय के लिए बाहर निकला और फिर वापस बीच नदी में चला गया। आज जो मगरमच्छ फंसा है वह काला है, जिससे लोगों में अब इस बात को लेकर दहशत है कि इस नदी में और भी मगरमच्छ हो सकते है।
नाव के सहारे आरपार होते सैकड़ों ग्रामीणों में दहशत
दस दिन पहले लाल मगरमच्छ और अब काला मगरमच्छ को देखने के बाद जहा ग्रामीणों में खौफ बढ़ता जा रहा है। नाव के सहारे रोज अपनी जरूरतों को लेकर आरपार करने वाले सैकड़ों ग्रामीणों दहशत है। परमान नदी के रसैली घाट सहित अन्य छोटे-छोटे घाटों पर नाव का परिचालन होता है। वही इन नदियो के किनारे लोग स्नान करने, कपड़ा धोने या फिर मवेशी को नहलाने के लिए जमे रहते हैं। लोगों ने इस दिशा में अधिकारियों से कार्रवाई की मांग उठायी है।