मौत का दिन करीब आते ही निर्भया के गुनहगार सजा से बचने के लिए नए तिकड़म अपना रहे हैं। सभी कानूनी विकल्प खत्म होने के बाद दोषी विनय शर्मा ने नया पैंतरा चला है। बृहस्पतिवार को उसके वकील एपी सिंह ने पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दायर कर विनय को मानसिक रोगी बताया। साथ ही कहा कि उसके सिर में गंभीर चोट और हाथ में फ्रैक्चर है, लिहाजा उसे जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाए।
कोर्ट ने इस याचिका पर जेल अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने जेल प्रशासन को शनिवार को रिपोर्ट देने को कहा। उसी दिन सुनवाई होगी। इससे पहले जेल प्रशासन ने कोर्ट को बताया, विनय ने रविवार दोपहर दीवार पर सिर मारकर खुद को घायल किया। उसे मामूली चोट थी, जिसका जेल में इलाज हो गया।
इसलिए याचिका सुनवाई योग्य नहीं है। वहीं, एपी सिंह ने कहा, वह उससे मिलने जेल में गए थे। विनय के सिर में गंभीर चोट है। दाहिने हाथ में फ्रैक्चर है और प्लास्टर बंधा है। वह मानसिक रोगी है और सिंजोफ्रेनिया से पीड़ित है। उसे इलाज की जरूरत है। एपी सिंह ने दावा किया कि विनय अपनी मां और वकील तक को नहीं पहचान सका।
वह लंबे समय से सो नहीं पा रहा, इसलिए उसे मनोचिकित्सक को दिखाया गया था। वकील ने यह भी कहा कि विनय मानसिक बीमारी से पीड़ित है जो एक तरह का पागलपन है। कोर्ट में दायर याचिका में दावा किया गया कि विनय लंबे समय से काफी कम देर के लिए सो रहा है।
दवा पर विनय की निर्भरता के कारण उसकी परेशानी को देखते हुए वरिष्ठ मनोचिकित्सक को भेजा गया था। गौरतलब है कि पटियाला हाउस कोर्ट ने 17 फरवरी को चारों दोषियों का तीसरा डेथ वारंट जारी किया है। इसमें उसकी तीन मार्च सुबह छह बजे उनकी फांसी का समय मुकर्रर हुआ है।