भोपाल :वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। साथ ही हवाओं का रुख बार-बार बदल रहा है। इस वजह से दिन और रात के तापमान में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक रात के समय उत्तरी हवा चलने से तापमान में गिरावट होने लगती है। उधर सुबह से हवा का रुख दक्षिण-पश्चिमी हो जाने से दिन का तापमान में इजाफा होने लगता है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक गुरुवार रात को हवा का रुख उत्तरी हो जाने से शुक्रवार को पूरे प्रदेश में न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट दर्ज की गई, जबकि अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। राजधानी में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 39.1 डिग्रीसे. दर्ज हुआ। यह सामान्य से दो डिग्रीसे. अधिक रहा। साथ ही गुरुवार के अधिकतम तापमान 37.1 डिग्रीसे. की तुलना में 2.0 डिग्रीसे. अधिक भी था।
शुक्रवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्रीसे. रिकार्ड हुआ था। यह सामान्य से तीन डिग्रीसे. कम होने के साथ ही गुरुवार के न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्रीसे. के मुकाबले 4.4 डिग्रीसे. कम रहा। मौसम इसके पूर्व 21 अप्रैल 2013 को राजधानी का न्यूनतम तापमान 17.0 डिग्रीसे. दर्ज हुआ था। इस तरह सात साल बाद न्यूनतम तापमान में इतनी गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विज्ञानी जेपी विश्वकर्मा ने बताया कि वर्तमान में कोई वेदर सिस्टम सक्रिय नहीं है। साथ ही हवा का रुख बार-बार बदल रहा है। विशेषकर शाम ढलने के बाद हवा का रुख उत्तरी हो जाने से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट होने लगती है। सुबह के बाद हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिमी हो जाने से अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। विश्वकर्मा के मुताबिक अभी दो दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि चार अप्रैल को एक पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में दाखिल होने की संभावना है। इसके प्रभाव से मौसम के मिजाज में फिर बदलाव होने के आसार हैं।