MP Cabinet Expansion। राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक सांवेर विधायक तुलसीराम सिलावट और सुरखी विधायक गोविंदसिंह राजपूत ने रविवार को मंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने राजभवन में दोनों विधायकों को मंत्रिपद की शपथ दिलाया। दोनों विधायक दूसरी बार मंत्री बने हैं। वर्ष 2018 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतने के बाद कमल नाथ सरकार में दोनों को मंत्री पद मिला था। सिलावट और राजपूत कमल नाथ मंत्रिमंडल में मंत्री थे। मार्च में कांग्रेस सरकार गिरने के बाद शिवराज सरकार बनी। उसमें भी दोनों मंत्री रहे। विधानसभा उपचुनाव से पहले गैर विधायक के रूप में छह माह का कार्यकाल पूरा होने के कारण 21 अक्टूबर को दोनों को मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। मंत्रिमंडल में फिलहाल 4 पद और खाली हैं।
उपचुनाव में भारी मतों से जीत के बाद से दोनों के जल्द मंत्री बनने के कयास लगाए जा रहे थे। यह भी संभव है कि दोनों को फिर से पुराने विभाग ही मिलें। उपचुनाव से पहले सिलावट शिवराज मंत्रिमंडल में जल संसाधन और राजपूत परिवहन विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दोनों मंत्रियों को बधाई दी और कहा की जल्दी-जल्दी चुनाव जीत रहे हो, जल्दी-जल्दी मंत्री बन रहे हो।
विधानसभा सत्र का न होना बनी वजह
सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार ने कोरोना के खतरों का हवाला देकर 28 से 30 दिसंबर, 2020 तक होने वाले शीतकालीन सत्र को टाला था। यही वजह है कि सरकार शपथ ग्रहण समारोह को लेकर गोपनीयता बरत रही है। सरकार को अंदेशा है कि कहीं ये आरोप न लगें कि सत्र न करने के लिए कोरोना का तर्क दिया गया, लेकिन शपथ के लिए कोई खतरा नहीं नजर आया।
मंत्री इमरती देवी और राज्यमंत्री डंडोतिया का इस्तीफा मंजूर
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी और कृषि राज्यमंत्री गिर्राज डंडोतिया का इस्तीफा शनिवार को मंजूर कर लिया है। दोनों मंत्रियों ने नवंबर अंत में अपने पदों से इस्तीफे दे दिए थे, जो अब मंजूर किए गए। दोनों मंत्रियों का शनिवार को ही छह महीने का समय पूरा हो रहा था। इमरती देवी ने दूसरी बार एक जुलाई 2020 को शिवराज सरकार में मंत्री पद की शपथ ली थी।