Lockdown News in Maharashtra Uttar Pradesh: देश में कोरोना की स्थिति जिन राज्यों में सबसे ज्यादा खराब है उनमें पहला नाम महाराष्ट्र का है। यहां सोमवार को 50 हजार से अधिक मामले साममे आए। खबर है कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे लॉकडाउन का मन बना चुके हैं। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री असलम शेख ने संकेत दिए हैं कि मंगलवार शाम तक महाराष्ट्र में कड़क लॉकडाउन का ऐलान हो सकता है। इस बीच, शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा है कि जिस तरह से महाराष्ट्र में सख्ती की जा रही है, बाकी राज्यों को भी करना चाहिए। बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों के कारण ही महाराष्ट्र में केस बढ़ रहे हैं।
वैसे कोरोना की चैन तोड़ने में महाराष्ट्र के अमरावती का मॉडल बहुत सफल पाया गया है। अब पूरे प्रदेश में अमरावती की तर्ज पर लॉकडाउन लगाया जा सकता है। वहीं नालासोपार से खबर है कि यहां कथिततौर पर ऑक्सीजन की कमी से एक अस्पताल में 7 मरीजों की मौत हो गई है। इसके बाद यहां लोगों को गुस्सा भड़क गया है। वहीं पुलिस का कहना है कि ऑक्सीजन की आपूर्ति रात 3 बजे तक कर दी गई थी। मृतक के परिजन बिल को लेकर हंगामा कर रहे थे।
इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी लॉकडाउन से इन्कार कर दिया है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पाबंदियां लगाई जाएगीं और लोगों से अपील है कि वे मास्क लगाने, शारीरिक दूरी का पालने करने और बेहद जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की आदत डाल लें। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि प्रदेश की जनता को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।
क्या है अमरावती मॉडल
यहां पहले 22 फरवरी से 1 मार्च तक 7 दिन का सख्त लॉकडाउन लगाया गया था जिसे बाद में 8 मार्च तक बढ़ा दिया। सार्वजनिक समारोहों पर लॉकडाउन लगाया गया। साथ ही एक ही समय में कई औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियों को रोक दिया गया। केवल आवश्यक वस्तुओं की बिक्री वाली दुकानों को खोलने की अनुमति थी और लोग सुबह 9 से शाम 5 बजे तक दैनिक वस्तुओं को खरीद सकते थे। स्कूल, कोचिंग संस्थान और अन्य सभी सार्वजनिक स्थान बंद कर दिए गए। सभी सामाजिक, धार्मिक, शैक्षिक सांस्कृतिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरी की तबीयत बिगड़ी: हरिद्वार में चल रहे कुंभ मेले से बड़ी खबर है कि यहां अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरी की तबीयत बिगड़ी गई है। सोमवार को उन्हें कोरोना पॉजिटिव पाया गया था। शुरू में आश्रम में ही इलाज चला, लेकिन फायदा नहीं होने पर ऋषिकेश के ऐम्स में भर्ती करवाया गया है। आशंका जताई जा रही है कि इस दौरान नरेंद्र गिरी के सम्पर्क में आए कुछ और लोग भी कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं।