Lock down in Madhya Pradesh: प्रदेश में बढ़ते जा रहे कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए अब सभी शहरों में तीन रात-दो दिन का संपूर्ण लॉकडाउन रहेगा। शुक्रवार शाम छह बजे से यह सोमवार सुबह छह बजे तक यह प्रभावी होगा। यह व्यवस्था 30 अप्रैल तक लागू रहेगी। दमोह विधानसभा के उपचुनाव को देखते हुए इसके संबंध में निर्णय जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा लिया जाएगा। गृह विभाग ने यह आदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा गुरुवार को उच्च स्तरीय बैठक में निर्देश दिए जाने के बाद जारी किए।
मुख्यमंत्री ने बैठक में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करने के बाद कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आवश्यक होने पर बड़े शहरों में कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे। सभी जिलों के आपदा प्रबंधन समूह बैठक करके जिले की परिस्थितियों को देखते हुए निर्णय लें।
सभी शहरों में शुक्रवार शाम छह बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक लॉकडाउन लगाना जरूरी हो गया है। बैतूल, रतलाम, खरगोन और कटनी में 17 अप्रैल तक लॉकडाउन राज्य सरकार ने बैतूल, रतलाम, खरगोन और कटनी में 17 अप्रैल तक लॉकडाउन लगाने का अ धिकार कलेक्टरों को सौंपा।
शाम तक इन जिलों के कलेक्टरों ने 17 अप्रैल तक उनके जिलों में लॉकडाउन की घोषणा कर दी। वहीं बैतूल कलेक्टर ने जिले में 19 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा की है। छिंदवाड़ा में 16 अप्रैल तक लॉकडाउन के आदेश पहले ही जारी हो चुके हैं।
कंटेनमेंट क्षेत्र में आवाजाही पर रहेगा प्रतिबंध
स्वास्थ्य विभाग के दिशानिर्देशों के तहत जिन क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण अधिक होगा, वहां कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे। कलेक्टर यहां सात से दस दिन का लॉकडाउन लागू कर सकेंगे। यहां आवाजाही पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
इन गतिविधियों को रहेगी प्रतिबंध से छूट
- अन्य राज्यों से माल, सेवाओं का आवागमन।
- केमिस्ट, राशन दुकानें, अस्पताल, पेट्रोल पंप, बैंक, एटीएम, दूध और सब्जी की दुकानें।
- औद्योगिक मजदूरों, उद्योगों के लिए कच्चा व तैयार माल, उद्योगों के अधिकारियाें-कर्मचारियों का आवागमन।
- केंद्र सरकार, राज्य सरकार एवं स्थानीय निकाय के अधिकारियाें-कर्मचारियों का आवागमन।
- परीक्षा केंद्र आने-जाने वाले परीक्षार्थी, परीक्षा केंद्र एवं परीक्षा आयोजन से जुड़े कर्मी, अधिकारीगण।
- एंबुलेंस एवं फायर ब्रिगेड सेवाएं।
- टीकाकरण के लिए आवागमन कर रहे नागरिक और कर्मी।
- बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट से आने-जाने वाले नागरिक।
- अन्य गतिविधियां, जिन्हें कलेक्टर लॉकडाउन से मुक्त रखना उचित समझें।
ऑक्सीजन आपूर्ति का संकट नहीं
मुख्यमंत्री ने बताया कि ऑक्सीजन आपूर्ति का कोई संकट नहीं है। ऑक्सीजन को लेकर केंद्र और गुजरात सरकार से लगातार चर्चा हो रही है। भिलाई स्टील प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति आरंभ हो गई है। प्रदेश में बिस्तरों की संख्या 36 हजार से बढ़ाकर एक लाख की जा रही है। निजी अस्पतालों में निश्शुल्क उपचार की व्यवस्था की जा रही है। शासकीय स्तर पर रेमडेसिविर इंजेक्शन की खरीद भी आरंभ हो रही है। परीक्षा की घड़ी है, मिलकर लड़ेंगे और सफल होंगे मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ऐसी महामारी है, जिसके संबंध में कोई आकलन कर पाना संभव नहीं है। देश और प्रदेश में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है। सरकार सबको साथ लेकर इस संकट का सामना करेगी। परीक्षा की घड़ी है। हम मिलकर लड़ेंगे और सफल होंगे।