Cyclone Yaas Update नई दिल्ली। देश के पूर्वी तट पर चक्रवाती तूफान ‘यास’ अपना कहर बरपा रहा है। अब से कुछ देर पहले यास तूफान पूर्वी तट से टकराया है, जिसका असर भी अब दिखाई देने लगा है। इस तूफान के कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में तेज बारिश हो रही है। साथ ही चक्रवाती तूफान को लेकर बिहार, झारखंड सहित आसपास के अन्य राज्यों में भी अलर्ट जारी किया गया है। पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना में तेज हवाएं और बारिश हो रही है। वहीं, पूर्वी मिदनापुर के दीघा में भी तेज हवाओं के साथ समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। कई स्थानों पर पेड़ गिरने की भी खबर आ रही है।
मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया है कि ‘यास’ तूफान बुधवार सुबह ओडिशा के बालेश्वर व भद्रक जिले के बीच स्थित धामरा के पास तट से टकराएगा। गौरतलब है कि ‘यास’ तूफान के बारे में पहले बताया जा रहा था कि यह बालासोर में तट से टकराएगा, लेकिन बाद में तूफान की दिशा बदल गई। नौसेना ने भी चक्रवात से निपटने की तैयारी कर ली है। मौसम विभाग ने कहा है कि भीषण चक्रवाती तूफान यास बालासोर (ओडिशा) से लगभग 50 किमी दक्षिण-दक्षिण पूर्व में केंद्रित है और लैंडफॉल की प्रक्रिया सुबह लगभग 9 बजे शुरू हो चुकी है।
बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में यास को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। मौसम वैज्ञानिकों ने अलर्ट किया है कि इस दौरान समुद्र में 2-4 मीटर की ऊंची लहरें भी उठ सकती हैं, इसलिए मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है। बहुत तेज हवा चलने की आशंका के चलते पश्चिम बंगाल में ट्रेन, विमान व जलपोत को जंजीरों से बांधा गया है। साथ ही कई ट्रेनों का परिचालन भी रद्द कर दिया गया है। इस दौरान आक्सीजन प्लांट की सुरक्षा पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है।
कई जिले हाई रिस्क जोन घोषित
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि ‘यास’ तूफान पारादीप और सागर आइलैंड के बीच बुधवार को टकरा सकता है। इस दौरान 165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और 2 मीटर से 4.5 मीटर तक लहरें उठ सकती हैं। समुद्र तट से टकराने से पहले यास काफी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। समुद्र तट से गुजरने के बाद बुधवार दोपहर तक इसका असर और बढ़ने की आशंका है।
ऐहतियात के तौर पर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में आपदा राहत की टीमें तैनात हैं। एयरफोर्स और नेवी ने भी अपने कुछ हेलिकॉप्टर और नावें राहत कार्य के लिए रिजर्व रखे हुए हैं। तूफान को लेकर ओडिशा के बालासोर, भद्रक, केंद्रपारा, जगतसिंघपुर, मयूरभंज और केओनझार जिले हाई रिस्क जोन घोषित किए गए हैं।
बंगाल में 9 लाख लोगों का विस्थापन
यास तूफान के खतरे के चलने बंगाल में 9 लाख लोगों को अभी तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। वहीं ओडिशा में भी 2 लाख से अधिक लोगों को विस्थापित किया जा चुका है। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 4000 से अधिक भोजन केंद्र खोलने का दावा किया है और 74,000 अधिकारियों और कर्मचारियों तथा दो लाख से अधिक पुलिसकर्मियों को राहत व बचाव कार्य में लगाया गया है।
पश्चिम बंगाल में उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व मिदनापुर और झाड़ग्राम जिले यास से अधिक प्रभावित हो सकते हैं। वहीं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य के उत्तरी इलाके में स्थिति की निगरानी के लिए गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा को भेजा है। बालेश्वर, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा व भद्रक जिले में रेड अलर्ट जारी है, यहां सभी सरकारी कर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है।
ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना के अनुसार, पुरी, ढेकनाल, नयागढ़, गंजम, जाजपुर और अंगुल जिले से भी लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। विस्थापित लोगों के लिए प्रशासन ने इनके लिए राशन पानी का प्रबंध किया है। यास तूफान को लेकर उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड सहित कई राज्यों में भी अलर्ट किया गया है। वहीं तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी इसका प्रभाव दिखाई देने की आशंका है।