जदयू की दो दिवसीय बैठक शनिवार को शुरू होगी। पहले दिन राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक शाम में होगी। अगले दिन रविवार को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और फिर राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।
मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की अध्यक्षता में ये सभी बैठक पार्टी प्रदेश कार्यालय के कर्पूरी सभागार में होंगी। बैठक में भाग लेने के लिए विभिन्न प्रदेशों से जदयू नेता पटना पहुंचने लगे हैं। बैठकों में पार्टी के आगे की रणनीति पर चर्चा होगी। पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव में हिस्सा लेने पर भी पार्टी निर्णय लेगी।
बता दें कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक से पहले अरुणाचल प्रदेश में जदयू को बड़ा झटका लगा। अरुणाचल प्रदेश में जदयू के सात में से छह विधायक भाजपा में शामिल हो गए। इस बाबत जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और अरुणाचल प्रदेश के प्रभारी आफाक अहमद ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में पार्टी का संगठन काफी मजबूत है। 22 दिसंबर को हमने वहां निकाय का चुनाव लड़ा है। 26 दिसंबर को चुनाव परिणाम आने हैं।
अरुणाचल प्रदेश में भाजपा के बाद जदयू दूसरी सबसे बड़ी पार्टी थी। अप्रैल, 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में जदयू अकले मैदान में उतरा था। जदयू ने 15 सीटों पर चुनाव लड़ा और सात पर जीत हासिल की। चार पर वह दूसरे तो तीन पर तीसरे नंबर पर रहा था। वहीं एक सीट पर जदयू चौथे नंबर पर था। 60 विधानसभा सीटों वाले प्रदेश में भाजपा को 41, एनपीईपी को पांच और कांग्रेस को चार सीटें मिली थी। इस तरह जदयू वहां दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी। प्रदेश की राजधानी ईटानगर में भी जदयू की जीत हुई थी। हालांकि, दूसरी बड़ी पार्टी रहने के बाद भी जदयू ने विपक्ष में बैठने के बजाय सरकार को बाहर से समर्थन दिया था।
नीतीश कुमार साहस दिखाकर फैसला लेते हैं तो हम स्वागत करेंगे: RJD
राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री शिवानंद तिवारी ने भाजपा द्वारा अरुणाचल प्रदेश में जदयू के छह विधायकों को पार्टी में शामिल कराने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे गठबंधन धर्म के साथ घात बताया है। कहा कि इसका संदेश स्पष्ट है कि अब भाजपा को नीतीश कुमार की कतई परवाह नहीं है। शिवानंद तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार साहस दिखाकर कोई फैसला लेते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे।
उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के दोनों उपमुख्यमंत्री दिल्ली में प्रधानमंत्री जी से मिले हैं। प्रधानमंत्री जी ने उनको कहा है कि बिहार की जनता ने भाजपा पर भरोसा जताकर बहुमत दिया है। इसका ध्यान रखना है। यानी बहुमत भाजपा को मिला है।