इंदौर। जनता कर्फ्यू पार्ट-2 के दूसरे दिन सख्ती कम दिखी। कार वालों को कम ही रोका गया। परिवार सहित जा रहे दोपहिया वाहन चालकों से भी नरमी बरती गई, लेकिन दाल-चावल की जुगाड़ में निकले गरीबों को अस्थाई जेल भेज दिया गया। तुकोगंज थाने के एसआइ राकेश चौधरी डीआइजी कार्यालय के सामने ड्यूटी कर रहे थे। उन्होंने चेकिंग के नाम पर जमकर सताया। भोई मोहल्ला के पवन पटेल को रोककर जेल वाहन (सिटी बस) में बैठा दिया। हाथ में झोला लिए पवन पैदल राशन लेने जा रहा था। एसआइ ने बाहर जाने का कारण पूछने के बजाय एक रजिस्टर में नाम-पता लिखकर अस्थाई जेल रवाना कर दिया। पवन को बस में बैठने के बाद पता चला उसे जेल ले जा रहे हैं। वह खाली झोला दिखाकर गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन उसकी एक न सुनी। थोड़ी देर बाद टीआइ कमलेश शर्मा ने ही आकर चौधरी को फटकारा।
फातिहा कार्यक्रम में पहुंचे 90 लोग, केस दर्ज
खजराना थाना पुलिस ने शुक्रवार को अतीक खान और सादिक खान को खजराना गांव उर्दू स्कूल के पास से गिरफ्तार किया है। टीआइ दिनेश वर्मा ने बताया आरोपित ने मां की मौत के 40 दिन बाद फातिहा का कार्यक्रम रखा था। यहां करीब 90 लोग इकट्ठा थे। कई ने मास्क भी नहीं लगा रखा था। पुलिस ने कोरोना महामारी के चलते लोगों की जान खतरे में डालने को लेकर केस दर्ज किया है। वहीं द्वारकापुरी थाना पुलिस ने रात में द्वारकापुरी क्षेत्र के 45 वर्षीय जगदीश पुत्र घीसूलाल माहेश्वरी को गिरफ्तार किया है। उसने बेटी की शादी का कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें भीड़ इकट्ठी कर रखी थी।