जबलपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। बिजली कर्मियों ने कोविड-19 के टीकाकरण में आयु सीमा के बंधन को खत्म करने की मांग उठाई है। मप्र यूनाइटेड फोरम फॉर पॉवर इप्लाइज एवं इंजीनियर्स ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया है कि लाइनमैन बिजली सुधार करने और वसूली के लिए घर-घर जाते हैं ऐसे में कंपनी कर्मचारी, संविदा कर्मियों और ठेका श्रमिकों को फ्रंटलाइन वारियर्स मानते हुए टीकाकरण करने की मांग की है। फोरम के संयोजक इंजीनियर व्हीकेएस परिहार ने बताया कि कोविड की वजह से कई कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं ऐसे में उन्हे शीघ्र टीका लगाया जाए।
वसूली का कार्य रोका जाए : बिजली कर्मचारियों की सेहत का ध्यान रखते हुए फोरम ने कंपनी प्रबंधन से बिल संग्रह और वसूली का कार्य फिलहाल रोकने की मांग की है।
अतिशेष के नाम पर कब तक प्रताडित होंगे शिक्षक: मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने शिक्षकों को मानसिक तनाव देने का आरोप लगाया है। संघ ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि विश्वव्यापी आपदा कोरोना वायरस का संक्रमण अपने चरम पर है। हर कोई इससे जूझ रहा है। ऐसे में कक्षा एक से आठ तक के सभी विद्यालय 13 माह से बंद हैं,शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों की निर्बाध रखने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बना रहा है बल्कि शिक्षकों को मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। विभाग युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया का भय दिखाकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है।
संघ के योगेंद्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, अटल उपाध्याय, नरेंद्र दुबे, जवाहर केवट, प्रहलाद उपाध्याय, मुन्ना लाल पटेल, नरेंद्र सेन, मनोज राय प्रियांशु शुक्ला, संतोष तिवारी, महेश कोरी, राकेश दुबे, गणेश उपाध्याय, प्रणव साहू,आदि ने आयुक्त लोक शिक्षण भोपाल को ई-मेल के माध्यम से पत्र भेजकर मांग की है कि कोरोना से स्थिति समान्य होने तक शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की योजना पर विराम लगाया जावे।