फिंच अच्छी शुरुआत के बाद बड़ी पारी खेलने की ओर बढ़ रहे थे. लेकिन अर्धशतक से महज तीन रन पहले वह 13वें ओवर में प्रसिद्ध कृष्णा की यॉर्कर पर बोल्ड हो गए, जिसके बाद डिविलयर्स ने कमाल की पारी खेली.
195 रनों के लक्ष्य के आगे कोलकाता की टीम कभी भी दबाव से उबर नहीं पाई. शुभमन गिल (34) के अलावा शीर्ष का कोई भी बल्लेबाज चल नहीं पाया. टॉम बेंटन (8), नीतीश राणा (9), इयोन मॉर्गन (8) और दिनेश कार्तिक (1) जैसे धुरंधर सस्ते में लौटे.
बाद में जिम्मेदारी आंद्रे रसेल और राहुल त्रिपाठी पर आई, लेकिन यह जोड़ी भी कुछ नहीं कर पाई. रसेल 16 रन बना पाए. आगे त्रिपाठी (16) भी कोई चमत्कार नहीं दिखा पाए.
कोहली ने डिविलियर्स को ज्यादा गेंदें खेलने दीं
चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 52 गेंदों में नाबाद 90 रनों की पारी खेलकर फॉर्म में वापसी करने वाले कोहली ने भी डिविलियर्स को ज्यादा गेंद खेलने दीं और दूसरे छोर पर उनका अच्छा साथ निभाते रहे, उन्होंने 28 गेंदें खेली जिसमें केवल एक चौका शामिल था
डिविलियर्स ने की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी
डिविलियर्स की आक्रामकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कोहली के साथ उन्होंने 46 गेंदों में से 33 गेंद का सामना किया. इससे टीम ने अंतिम पांच ओवरों में 83 रन जोड़े.
केकेआर के गेंदबाज कमलेश नागरकोटी (4 ओवरों में 36 रन) ने 3 ओवरों में केवल 17 रन दिए थे. लेकिन उनके चौथे और टीम के 16वें ओवर में डिविलियर्स ने लगातार गेंदों को छक्कों के लिए भेजने के बाद एक चौका जड़ा. जिससे इस ओवर में 18 रन जुड़े. डिविलियर्स की आक्रामकता की शुरुआत यहीं से हुई.
अब 16वें ओवर तक आरसीबी का स्कोर दो विकेट पर 129 रन था. डिविलियर्स ने पैट कमिंस के अगले ओवर में दो छक्के और एक चौके से 19 रन बटोरे.
फील्डिंग में KKR के खिलाड़ियों की काफी चूक
मैच के दौरान फील्डिंग में केकेआर के खिलाड़ियों ने काफी चूक की, जिनका फायदा भी आरसीबी को मिला जिसने पावर प्ले में बिना विकेट गंवाए 47 रन बना लिये. आरसीबी ने पहला विकेट पडिक्कल के रूप में खोया, जो आंद्रे रसेल की गेंद पर बोल्ड हो गए.