इंदौर:कोरोना के बाद जैसे-तैसे शुरू हुई घरेलू उड़ानों पर फिर से संकट के बादल छाने लगे हैं। लोग कोरोना के डर के कारण यात्रा करने से कतरा रहे हैं। इससे चल रही उड़ानों में यात्रियों की संख्या कम हो गई है। ऐसा ही रहा तो कंपनियां अपनी उड़ानों को बंद या उनकी फ्रीक्वेंसी कम कर देगी। कोरोना के बाद जब उड़ानें शुरू हुईं तो उनमें कम यात्री सफर कर रहे थे, लेकिन जैसे-जैसे मामले कम हुए यात्रियों की संख्या भी बढ़ने लगी। इंदौर एयरपोर्ट से वर्तमान में 36 से अधिक उड़ानें संचालित हो रही हैं, लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण एक बार फिर से यात्रियों की संख्या में कमी आना शुरू हो गई है।
कई लोग एयर लाइंस और ट्रेवल एजेंट्स से संपर्क कर रहे हैं और कई यात्री अपनी टिकटें निरस्त भी करवा रहे हैं। ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह जादौन ने बताया कि कई शहरों में कर्फ्यू की घोषणा के बाद कई यात्रियों ने फोन कर के जानकारी ली और कुछ यात्रियों ने अपने आने वाले दिनों के टिकटों को भी निरस्त करवा लिया है।
कई शहरों में लॉकडाउन की आशंका भी उन्हें डरा रही है कि वहां जाकर लॉकडाउन हो गया तो क्या करेंगे। वहीं जिन शहरों में कर्फ्यू है और वहां चले गये तो वहां से गंतव्य तक कैसे जाएंगे। शहर में लोक परिवहन साधन भी बंद रहेंगे ।इसलिए एयरपोर्ट से टैक्सी मिलेगी या नहीं। उन्हें बताया जा रहा है कि यात्रियों के लिए एयरपोर्ट से टैक्सियों के संचालन को छूट दी गई है। फिर भी यात्री जाने से बच रहे हैं। इधर शनिवार से इंदौर में भी रात का कर्फ्यू लग जाने से दूसरे शहरों से आने वाले यात्री संशय में हैं।