Idea says board approves scheme of amalgamation of Vodafone India and its unit Vodafone Mobile Services with company: Reuters
विलय के बाद कंपनियों ने कहा कि 3जी और 4जी नेटवर्क पूरे देश में जाल की तरह फैलाया जाएगा। विलय के बाद इस कंपनी के पास 40 करोड़ ग्राहक होंगे, जो कि भारत में तीन ग्राहकों में से एक इस कंपनी के ग्राहक होंगे। ऐसा कहा जा रहा है कि देश में तीन लाख से ज्यादा लोग टेलिकॉम इंडस्ट्री में नौकरी करते हैं, लेकिन अगले 18 महीने की मर्जर प्रक्रिया के दौरान टेलिकॉम इंडस्ट्री से 10,000 से 25,000 लोगों की नौकरी पर तलवार लटक रही है।
वोडाफोन पिछले दो दशकों से भारत में मौजूद है और एक दशक से नेशनल ऑपरेटर है। वोडाफोन इंडिया में इसकी मूल कंपनी ने सितंबर 2016 में 47700 करोड़ रुपये का निवेश किया था, जिसका ज्यादातर हिस्सा 81500 करोड़ रुपये के ऋण की अदायगी में गया था। सिंतबर 2016 तक कंपनी के पास 20 करोड़ ग्राहक थे।
इसके बावजूद भी कंपनी को घाटा हो रहा था। इस घाटे के चलते वोडाफोन की भारतीय इकाई के वैल्यूएशन में 500 करोड़ यूरो की कमी की गई थी। वोडाफोन 2010 से आईपीओ लाने की बात कर रही है, लेकिन इसको अभी तक मार्केट में नहीं लाया गया।