नई दिल्ली, जेएनएन। Happy Friendship Day 2019: अगस्त के पहले रविवार को दोस्तों के बीच खुशियों का लहर दौड़ने लगती है। इस पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। यह पहला रविवार इस बार कल यानी 4 अगस्त , 2019 को है। अब आपके दिमाग में सवाल चल रहा होगा कि आखिर इसकी शुरुआत कैसी हुई और लोग क्यों इसे क्यों मानता हैं? आइए जानते हैं…
इसके पीछे तीन कहानियां है। लेकिन माना जाता है कि इसकी शुरुआत 1935 में अमेरिका से हुई थी। हालांकि, इसको वैधता प्रदान करने का काम 27 अप्रैल, 2011 को संयुक्त राष्ट्र ने प्रदान किया। संयुक्त राष्ट्र की जनरल असेंबली ने 30 जुलाई को हर साल फ्रेंडशिप मनाने की घोषणा की, लेकिन अलग-अलग देशों में यह अलग-अलग समय पर मनाया जाता है।
पहली कहानी
फ्रेंडशिप से जुड़ी पहली कहनी अमेरिकी सरकार से जुड़ी है। कहा जाता है साल 1935 के अगस्त के पहले रविवार को अमेरिकी सरकार ने एक व्यक्ति मार दिया। उसके गम उसके दोस्त ने आत्महत्या कर लिया। इसके बाद अमेरिकी सरकार ने उस दिन से अगस्त के हर पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे के तौर पर मानने का निर्णय लिया। यही वजह है कि अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप मनाया जाता है।
दूसरी कहानी
कहा जाता है कि साल 1930 में एक व्यापारी ने इस दिन की शुरूआत की थी। जोएस हाल नाम के व्यापारी ने 2 अगस्त के दिन अपने दोस्तों को कार्ड देते हुए इस दिन सेलिब्रेट करना शुरू किया। ऐसे ही धीरे-धीरे यह यूरोप और एशिया तक फैल गया।
तीसरी कहानी
फ्रेंडशिप डे जुड़ी एक और कहानी है। कहा जाता है कि 20 जुलाई,1958 को डॉक्टर रमन आर्टिमियो ने अपने दोस्तों को डिनर पर बुलाया और फ्रेंडशिप डे मनाने का प्रस्ताव रखा। यह पराग्वे में हुई इस घटना के बाद धीरे-धीरे वैश्विक परंपरा बन गई।