Gwalior Political Drama: ग्वालियर रेसकोर्स रोड स्थित ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बंगले पर रविवार रात खूब राजनीति ड्रामा हुआ। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष देवेश शर्मा ने चादर तकिया लेकर बंगले सामने बीच सड़क पर लेट गए। शर्मा का आरोप था कि शहर में कोरोना को लेकर हालात भयावह है। रेमडेसिविर इंजेक्शन न मिलने से भाजपा कार्यकर्ताओं परेशान हैं और मंत्री ऑक्सीजन प्लांटों पर जाकर नौटंकी कर रहे हैं। करीब एक घंटे बाद मंत्री प्रद्युम्न सिंह बंगले पर पहुंचे और पूर्व जिलाध्यक्ष के पैर छूने लगे। पलटकर देवेश शर्मा ने दंडवत करने लगे। इस नजारे को देखने के लिए आधी रात को मंत्री के बंगले के बाहर काफी भीड़ जमा हो गई। इस दौरान मंत्री तोमर ने देवेश शर्मा की भाजपा के किसी वरिष्ठ नेता से बात भी कराई लेकिन वे नहीं माने, बो आप चाहें तो मुझे अभी पार्टी से निकलवा दो।
धरने पर बैठे देवेश शर्मा का आरोप कि पार्टी से जुड़े पांच लोग कोरोना संक्रमित होकर मौत से लड़ रहे हैं। उन्हें इंजेक्शन की आवश्यकता है। मंत्री को शनिवार क डिमांड भेजी थी रात तक उन्हें इंजेक्शन नहीं मिला। उन्होंने कहा- महामारी में ऊर्जा मंत्री आपदा में अपनी राजनीति चमका रहे हैं। इसके बाद ऊर्जा मंत्री ने बंगले पर पहुंचे और उन्होंने देवेश शर्मा के पैर छूकर उठाने का प्रयास किया। देवेश इस बात पर अड़े थे कि पहले संक्रमितों को इंजेक्शन भेज उसके बाद ही यहां से हटूंगा। इस पर मंत्री तोमर ने कहा कि अगर साबित कर दो मैंने कोई पक्षपात किया है तो इसी समय इस्तीफा दे दूंगा। प्रद्युम्न सिंह तोमर ने देवेश शर्मा की बात भाजपा के किसी शीर्ष नेता से कराई। देवेश ने पूरा वाकया बताते हुए कहा कि अगर मैं गलत हूं तो, इसी समय पार्टी से निकाल दो। इसी बीच विधायक सतीश सिकरवार भी वहां पहुंचकर दोनों के सामने दंडवत होकर बोले शहर को बचा लो ऊर्जा मंत्री ने भरोसा दिलाया कि रात में जिला प्रशासन डाक्टर की डिमांड के अनुसार इंजेक्शन पहुंचा रहा है। अपने जिन लोगों को इंजेक्शन दिलाने की अनुशंसा की है, उन्हें भी रात में इंजेक्शन मिलेगा। रात सवा बारह बजे मंत्री के आश्वासन पर देवेश शर्मा धरने से उठे। इससे पहले देवेश शर्मा की पुलिस अधिकारी व एक अन्य व्यक्ति से भी झडप हुई।