Gwalior Oxygen Crises News:एक हजार नए ऑक्सीजन बेड बढ़ाए जाने के लिए ग्वालियर में शासन स्तर से मंजूरी मिल गई है। जल्द यह बेड तैयार किए जाएंगे। इन बेडों की सुविधा अलग-अलग जगह होगी, जिससे हर जगह के मरीज को लाभ भी मिले। कुछ बेड डबरा, घाटीगांव, भितरवार,मोहना ऐसे स्थानों पर भी उपलब्ध कराए जाएंगे। जिससे क्रिटिकल मरीजों को बिना लंबा सफर करे जल्द इलाज मिल सके। डबरा में 50 बिस्तर के अस्पताल का काम जल्द किया जाएगा, जिससे डबरा के मरीजों को राहत मिल सके। ऑक्सीजन की मॉनीटरिंग भी जारी है और कोई कमी फिलहाल नहीं है। किल कोरोना 3 अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार को क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में अफसरों व सदस्यों के सामने यह जानकारी रखी गई और विकासखंड स्तर पर भी ऑक्सीजन बेड सुविधा देने का सुझाव जनप्रतिनिधियों की ओर से आया।
बैठक में मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद विवेक शेजवलकर सहित अन्य प्रतिनिधियों ने एक हजार ऑक्सीजन बेड को लेकर सहमति जताई। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र में सैंपलिंग की कार्रवाई, किल कोरोना अभियान, आइसोलेशन सेंटर आदि कामों को लेकर गंभीरता बरतने के लिए निर्देश दिए गए हैं। नगर निगम क्षेत्र के वार्डों में संक्रमण पर नियंत्रण के लिए अतिरिक्त सैनेटाइजेशन मशीन, जेटिंग मशीन आदि की खरीद करके काम पूरा करने पर भी सहमति बनी। बैठक में सांसद ने सीएमएचओ को सुझाव दिया कि वे रोज हेल्थ बुलेटिन जारी कर सकते हैं, ताकि आम जन को यह पता रहे कि सरकारी और निजी अस्पतालों में कितने मरीज भर्ती हुए हैं और कितनों को डिस्चार्ज किया गया है। इसके साथ ही यह भी निर्देश दिए कि आयुष्मान योजना से संबंधित अस्पतालों की लिस्ट जारी की जाए। इसके साथ ही अस्पताल के बाहर बड़े फ्लैक्स पर भी आयुष्मान की दरें और हॉस्पिटल की दरें भी लिखवाई जाएं, ताकि आम जन को पूरी जानकारी हासिल हो सके। बैठक में कलेक्टर काैशलेंद्र विक्रम सिंह ने सभी सदस्यों को बताया कि अब पॉजिटिविटी रेट में कमी आ रही है, जिले में ऑक्सीजन की उपलब्धता अब सरप्लस है, अस्पतालों में 200 से अधिक बैड खाली हैं। अब सभी जगह सकारात्मक माहौल बनाने पर भी फोकस किया जाएगा।
ऊर्जा मंत्री बोले सुपर स्पेशियलिटी का दवाब कम करेंः बैठक में मंत्री प्रद्युम्न सिंह ने सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज की सुविधाएं बढाकर आइसीयू वार्ड, ऑक्सीजन युक्त बेड और वेंटिलेटर आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए, ताकि सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल पर दबाव कम हो सके। इसके साथ ही मंत्री ने पुलिस के बीट प्रभारियों की गश्त बढाकर लगातार लोगों के संपर्क में रहने के निर्देश भी दिए।
इन्होने भी दिए सुझावः विधायक सुरेश राजे ने डबरा में आइसीयू शुरू करने और वेंटिलेटर और ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था के साथ ही सिविल अस्पताल परिसर में ही ऑक्सीजन प्लांट लगाने का सुझाव दिया। पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल ने दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के सरकारी अस्पतालों में आइसीयू, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन आदि का प्रस्ताव दिया।
जवाब नहीं दे पाए सीएमएचओः पूर्व विधायक मदन कुशवाह ने आयुष्मान योजना के अंतर्गत निजी अस्पतालों के पंजीयन को लेकर सीएमएचओ डॉ मनीष शर्मा से जानकारी मांगी तो वे नहीं दे पाए। उन्होने कहा कि इसके लिए एसडीएम की जरूरत है। इस पर ऊर्जा मंत्री ने फटकार लगाई और कहा कि अब एसडीएम की क्या जरूरत है।