Gwalior Kisan Rail Roko Andolan: किसान आंदोलन के समर्थन में ग्वालियर में भी रेल रोको अभियान छेड़ा गया। संगठनों के कार्यकर्ता रेल की पटरियों को बाधित नहीं कर सकें इसके लिए ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ, जीआरपी, एवं पुलिस फोर्स सहित प्रशासनिक अमला तैनात था। स्टेशन पर फोर्स प्रदर्शनकारियों का इंतजार करता रहा, जबकि वे एजी आफिस पुल के पास से रेलवे ट्रेक पर आ गए और प्रदर्शन करते हुए रेलवे स्टेशन की ओर बढ़ गए। बाद में फोर्स ने प्रदर्शनकारियों को नए पड़ाव पुल के नीचे रोका और ट्रेक से हटाया। पड़ाव थाना पुलिस ने 45 प्रदर्शनकारियों को जेल भेज दिया, जबकि सात महिलाओं को जमानत दे दी गई।किसान आंदोलन के समर्थन में माकपा, भाकपा आदि संगठनों ने रेलवे ट्रेक को जाम करने का ऐलान किया था। इसके चलते जिला प्रशासन, जीआरपी, एवं आरपीएफ के अधिकारियों के साथ प्रदर्शनकारियों की बुधवार को बैठक हुई थी, लेकिन बैठक बेनतीजा रही। इसके बाद ग्वालियर रेलवे स्टेशन के तीनों प्रवेश द्वारों को बैरिकेड्स लगाकर बंद कर दिया था। किसी भी वाहन को अंदर प्रवेश नहीं दिया गया। दोपहर करीब 12:15 बजे प्रदर्शनकारी सिटी संेटर एजी आफिस पुल के पास से उतरकर सीधे रेल की पटरियों पर पहुंचे। यहां से नारेबाजी करते हुए स्टेशन की ओर बढ़ने लगे। प्रदर्शनकारियों के ट्रेक पर आने की सूचना मिलते ही फोर्स ने उन्हें मंशापूर्ण हनुमान मंदिर के पास रोक दिया गया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पटरियों पर प्रदर्शन किया। जिसके बाद फोर्स ने इन सभी प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जबकि महिला प्रदर्शनकारियों को जमानत पर छोड़ दिया गया।
छोटे स्टेशनों पर रोका ट्रेनों कोरेलवे ने प्रदर्शन की पहले से ही तैयारी कर रखी थी। इस दौरान जितनी भी ट्रेनें चल रही थीं, उन सभी को छोटे-छोटे स्टेशनों पर पहले ही रोक दिया गया था। प्रदर्शन के दौरान झांसी से ग्वालियर आने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस व समता एक्सप्रेस को झांसी से दतिया स्टेशन बीच रोक दिया गया। इसके बाद छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस 2.07 घंटे, एवं समता एक्सप्रेस 3.43 मिनट की देरी से ग्वालियर रेलवे स्टेशन पहुंची।