महासमुंद। Elephant Attacked: जिला मुख्यालय से आठ किमी पर स्थित ग्राम पतेरापाली अरंड में बुधवार की रात टहलने के लिए निकले दो ग्रामीणों में से एक पर हाथी ने हमला कर दिया। वहीं, दूसरे व्यक्ति ने भाग कर अपनी जान बचाई। इस घटना की जानकारी होने पर पर वन विभाग एवं पुलिस की टीम घटना स्थल पर पंहुच गई।
हाथी भगाओ फ़सल बचाओ समिति सिरपुर के संयोजक राधेलाल सिन्हा से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की रात एक दतैल ने ग्राम पतेरापाली (महासमुंद) में अरंड निवासी बाबूलाल ध्रुव पिता जेठू राम उम्र 60 वर्ष को बुरी तरह से कुचल दिया, जिससे बाबूलाल की मौके पर ही मौत हो गई।
बताया जाता है कि मृतक बाबूलाल साढ़े आठ बजे के आसपास एक रिश्तेदार के साथ टहलने के लिए निकले थे। अचानक मुर्गी फार्म के पास हाथी के आ जाने से बाबूलाल भाग नहीं सके। हाथी ने हमला कर दिया। वहीं, युवराज ध्रुव भागकर किसी तरह अपनी जान बचा सके। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा है।
जिले में हाथी की समस्या 2016 से है। इन वर्षों में 26 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। हाथी से मौत का पहला मामला 2016 में केडियाडीह (सिरपुर) से आया था। इसके बाद से यह सिलसिला थमा नहीं है। मोहंदी अरण्ड क्षेत्र में मौत की यह तीसरी घटना है।
बता दें कि महासमुंद वन परिक्षेत्र बीते तीन दिनों से भालू को पकड़ने के जुटा है। पतेरापाली की ओर से दो वर्षीय भालू सोमवार सुबह महासमुंद शहर में पहुंचा। यहां दिनभर उत्पात मचाने के बाद रात में तुमगांव की ओर भागा। वन अमला भालू को पकड़ने लगातार लगा है। लेकिन भालू अबतक पकड़ा नहीं गया। भालू की ओर अमले का ध्यान लगा रहा। इधर, सिरपुर जंगल से अरंड की ओर आ चुके दतैल में ग्रामीण की जान ले ली।
नहीं थी लोकेशन की खबर
इधर, ग्रामीणों ने बताया कि वन क्षेत्र में हाथी होने की खबर नहीं थी। वन विभाग ने भी मुनादी नहीं कराई थी। दरअसल वन विभाग का ध्यान भालू ने भटका रखा था। हाथी के तरफ़ ध्यान कम हो गया,जिससे हाथी के लोकेशन की सही जानकारी नहीं थी।