Electricity company Indore News। प्रति यूनिट नकद राजस्व संग्रहण (सीआरपीयू) में मप्रपक्षेविविकं के इंदौर सिटी सर्कल को प्रदेश में सबसे ज्यादा सफलता मिली है। इंदौर की कंपनी का सीआरपीयू छह रुपए 91 पैसे रहा। लक्ष्य सात रुपए 20 पैसे प्रति यूनिट जुटाने का था।
बिजली कंपनी के अनुसार सीआरपीयू में बीते वर्ष कोरोनाकाल का दौर भी शामिल है। इसके साथ ही कृषि बिलों की सब्सिडी और अन्य सब्सिडी के कारण भी औसत आंकड़ा कम है। हालांकि जबलपुर, भोपाल और ग्वालियर की बिजली कंपनी के मुकाबले इंदौर की कंपनी का सीआरपीयू करीब दो रुपये अधिक है। इस लिहाज से राजस्व के मामले में पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है। इंदौर सिटी सर्कल को वर्ष 2020-21 में एक यूनिट बिजली बेचने पर छह रुपए 91 पैसे का नकद राजस्व मिला है।
मप्रपक्षेविविकं के इंदौर सिटी सर्कल के अधीक्षण यंत्री कामेश श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश में सर्वाधिक बिजली उपभोग वाले शहर में राजस्व संग्रहण के लिए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर, प्रबंध निदेशक अमित तोमर के आदेशानुसार सभी 30 जोन की कार्ययोजना बनाई गई थी। हर माह जारी बिलों में से 80 फीसद से ज्यादा बिलों की वसूली की कोशिश की गई। इसी से शहर में प्रति माह पांच लाख से ज्यादा उपभोक्ताओं से बिजली बिलों की वसूली की गई। अधीक्षण यंत्री श्रीवास्तव ने बताया कि पुराना बकाया भी वसूला गया। बिजली चोरी करने वालों के मामले बनाकर दंड राशि भी वसूली गई। इसी कारण प्रति यूनिट नकद राजस्व संग्रहण में बढ़ोतरी हुई है। मार्च 2021 में रिकार्ड स्तर पर 571736 उपभोक्ताओं से बिल रकम प्राप्त की गई। मार्च 21 में राजस्व संग्रहण 180 करोड़ से ज्यादा रहा।