बिलासपुर। Education News: डीएलएस पीजी महाविद्यालय के कम्प्यूटर विज्ञान विभाग में शोध में भविष्य निर्माण की शुस्र्आत विषय पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेबिनार हुआ। मुख्य अतिथि एवं प्रमुख वक्ता सेजोंग विश्वविद्यालय, सिओल की शोध सहायक प्राध्यापक डा. ममता एजवाल ने कहा कि वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए प्रामाणिक शोध की आवश्यकता है।
डा. ममता ने कहा कि शोध कार्य एक चित्रकला की तरह है। इसे हम अपने समस्याओं का समाधान निकालते हुए खूबसूरत बना सकते हैं। सही शोध विषय का निर्धारण किसी भी शोध कार्य की सर्वप्रथम सीढ़ी होती है। किसी क्षेत्र में नवीनीकरण के साथ शोध किया जा सकता है। वेबिनार को सफल बनाने में संबलपुर विश्वविद्यालय, सूचना एवं तनकनीकी विभाग भुवनेश्वर ओडिशा का सहयोग रहा।
इस वेबिनार के मुख्य संरक्षक महाविद्यालय के अध्यक्ष बसंत शर्मा, संरक्षक निशा शर्मा, प्राचार्य डा.रंजना चतुर्वेदी के अलावा विशिष्ट वक्ता के रूप में ओडिशा से सुवेंदु दाव एवं लक्ष्मीकांत पति उपस्थित थे। वेबिनार में महाविद्यालय के उमेश जाधव, राकेधा दीक्षित, प्रताप पांडेय, सुनीता द्विवेदी, डा. नेहा बेहार, यामिनी बिनकर आदि उपस्थित थे।
उदेश्य की पूर्ति करेगा वेबिनार: बसंत शर्मा
महाविद्यालय के मुख्य संरक्षक बसंत शर्मा ने कहा कि शोधकार्य अध्ययन के उदेश्य व उपदेयता को प्रकट करते हंै। हमारे वैज्ञानिक व शोधार्थी समाज को, पूरे विश्व को सकारात्मक रूप दे सकें। इसके लिए सही दिशा में किए जाने वाले शोधों की पूर्व से ही उचित रूपरेखा आवश्यक होती है। यह वेबिनार इस उदेश्य की पूर्ति कर सकेगा ऐसा विश्वास है।