रायपुर। Education News: प्राथमिक स्तर पर गठित राज्य स्तरीय सक्रिय पीएलसी दल ने आज बीपी पुजारी शासकीय स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल रायपुर का अवलोकन किया। पीएलसी दल ने राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना के तहत खुले इस इंग्लिश मीडियम स्कूल की विभिन्न गतिविधियों को समझा, जाना, शिक्षकों से चर्चा की और स्कूल में मिलने वाली सुविधाओं से परिचित हुए। पीएलसी दल विद्यालय के स्टाफ से मिले। उनकी कार्यशैली से प्रभावित हुए दल ने माना कि हमारे पास भौतिक संसाधनों की कमी है।
इन सुविधाओं के अभाव में हमारे बच्चे प्रतिभावान होते हुए भी पिछड़े हुए हैं। निश्चित ही हमारे पास इस प्रकार की सुविधा उपलब्ध होगी, तो हमें प्रतिभाओं को तराशने में संबल मिलेगा। राज्य स्तरीय इस पीएलसी दल में अनिता तिवारी सीतापुर, प्रमिला कुशवाहा अंबिकापुर, सावित्री सेन बिलासपुर, सीमा मिश्रा बलौदाबाजार, नंदनी देशमुख दुर्ग, श्रीमती कौर बालोद, राजश्री साहू अभनपुर, तस्कीन खान धरसीवां, रीता मंडल रायपुर शहर शामिल रहे।
प्रमुख सचिव ने ली शिक्षकों की कक्षा
शनिवार दोपहर उस समय शिक्षक अचरज में रह गए जब प्रमुख सचिव शिक्षा डॉ. आलोक शुक्ला राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद शंकर नगर रायपुर में कक्षा नवमीं से बारहवीं तक अध्यायपन कराने वाले नवाचारी शिक्षकों द्वारा गठित अंग्रेजी विषय की प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी की राज्य स्तरीय बैठक में अचानक उपस्थित हुए। उन्होंने शिक्षकों से अंग्रेजी भाषा के अध्ययन-अध्यायपन में आने वाली समस्याओं से प्रत्यक्ष अवगत हो कर अंग्रेजी कैसे सरल ढंग से बच्चों को सिखाई जा सकती है, इसके छोटे-छोटे टिप्स दिए। अंग्रेजी को बच्चे परीक्षा पास करने के लिए एक विषय न मानकर, इसे अपने साधारण बोल-चाल की भाषा में शामिल करते हुए व्यवहारिक जीवन में अंग्रेजी की उपयोगिता व आवश्यकता को समझ सकें।
इसके लिए शिक्षकों की भूमिका पर उन्होंने प्रकाश डाला। शिक्षकों के अपने अंग्रेजी भाषा के अध्यापन के अनुभव को सुनकर प्रमुख सचिव अपने आप को नही रोक सकें व अपना अनुभव शेयर करते हुए शिक्षकों को स्वयं डेढ़ घंटे बोर्ड पर चाक से लिखकर अंग्रेजी सीखने के नवाचारी उपाय बताए। शिक्षकों को अंग्रेजी सीखने के लिए बच्चों में ललक उत्पन्न करने के लिए शिक्षकों को प्रेरित व प्रोत्साहित किया। प्रमुख सचिव महोदय के इस शिक्षकीय रूप को देख कर बोर्ड, परिषद के अधिकारी और शिक्षक काफी प्रभावित हुए।
प्रमुख सचिव महोदय ने पीएलसी की आवश्यकता और महत्व पर जानकारी देते हुए कहा कि शिक्षक छोटे-छोटे समूह बनाकर अपनी नवाचारी गतिविधियों को एक-दूसरे से साझा करेंगे, तो निश्चित ही इसका लाभ प्रदेश के अन्य बच्चों व शिक्षकों को होगा। आपको बता दें प्राथमिक स्तर पर गठित प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी राज्य स्तर पर कोविड काल में जब शालाएं बंद हैं। ऐसी परिस्थिति में छत्तीसगढ़ के सक्रिय नवाचारी शिक्षकों के द्वारा बच्चों के अध्ययन-अध्यापन को जारी रखने के लिए ऑनलाइन कक्षा के साथ साथ मोहल्ला क्लास, बुलटू के बोल, मोटर साइकिल गुरुजी जैसे नवाचारी माध्यमों से शिक्षा दे रहे हैं।
अब इसी क्रम में प्रमुख सचिव महोदय के निर्देश पर सेकेंडरी स्तर पर शिक्षकों के द्वारा प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी बना कर बच्चों को नवाचारी शिक्षा से जोड़ा जा रहा है, ताकि उनकी पढ़ाई का नुकसान न हो। विगत दिनों प्रमुख सचिव की उपस्थिति में सेकेंडरी स्तर पर गणित और विज्ञान समूह के शिक्षकों ने पीएलसी गठित कर एक दूसरे के सीखने-सिखाने के कार्य को साझा किया और पेयरिंग कर कठिन अवधरणा को समझने में आसन कर दिया है।
प्रदेश स्तर पर गठित इस पीएलसी की बैठक में मुख्य रूप से एससीआरटी के संचालन राहुल वेंकेटश, योगेश शिवहरे, समग्र शिक्षा से डॉ. एम. सुधीश, सत्यजीत अय्यर टेक्निकल एक्सपर्ट, सौरभ जी टाटा इंस्टीट्यूट, माध्यमिक शिक्षा मंडल के सहायक प्राध्यापकगण विद्योचित शाखा प्रभारी के साथ नवगठित अंग्रेजी पीएलसी के सदस्य उपस्थित रहे।