नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने नोटबंदी के फैसले के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के खाते में भारी-भरकम रकम जमा किए जाने के आरोपों से संबंधित याचिका पर पार्टी से जवाब तलब कर लिया है।
चुनाव आयोग ने बसपा सुप्रीमो मायावती को जारी नोटिस में 15 मार्च तक जवाब देने को कहा है। नोटिस जारी होने के बाद बसपा ने प्रतिक्रिया स्वरूप कहा है कि चुनाव आयोग को उसके साथ-साथ सपा, भाजपा और कांग्रेस से भी नोटबंदी के बाद अपने अपने खाते में जमा किए गए धन का विवरण मांगना चाहिए।
चुनाव आयोग ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल एक याचिका का उल्लेख किया, जिसमें आरोप लगाया गया है कि पार्टी ने पिछले साल आठ नवंबर को नोटबंदी के ऐलान के बाद छोटी सी अवधि में कई बार अपने बैंक खाते में भारी भरकम रकम जमा की।
आयोग की चुनाव व्यय इकाई द्वारा जारी नोटिस में लिखा है, आपसे अनुरोध है कि आपकी पार्टी द्वारा नकदी में प्राप्त चंदों और पार्टी के खातों में जमा धन के संबंध में याचिका में उठाए गए मुद्दे पर अपनी टिप्पणियां और विचार भेजें।’ इससे पहले खबरों के अनुसार, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी पार्टी को इस संबंध में नोटिस जारी किया है।