केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने बिहार पुलिस में सिपाही(Bihar Police Constable Recruitment) के पद पर बहाली का रिजल्ट जारी कर दिया है। इसमें 11838 अभ्यर्थियों को सफलता मिली है। पर्षद ने अपनी वेबसाइट पर परीक्षाफल प्रकाशित कर दिया है। इस दौरान पर्षद ने फरमान जारी करते हुए कहा है कि चयनित अभ्यर्थियों को 26 अप्रैल से 25 मई तक योगदान करना है। अभ्यर्थी इस अवधि में संबंधित जिला और इकाई में योगदान देंगे। ऐसा नहीं करने पर उनकी उम्मीदवारी रद्द की जा सकती है। इस रिजल्ट में भारतीय भूल के गोरखा के लिए आरक्षित 51 में 42 पद रिक्त रह गए।
चयनित अभ्यर्थियों में 43 प्रतिशत महिलाएं
पर्षद के मुताबिक 11880 पदों के लिए 4 अक्टूबर 2019 को विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। 12 जनवरी और 8 मार्च 2020 को दो-दो पालियों में लिखित परीक्षा ली गई। लिखित परीक्षा के आधार पर 59402 अभ्यर्थियों का चयन शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए हुआ। 7 मार्च से शारीरिक दक्षता परीक्षा आयोजित की गई थी। शारीरिक दक्षता परीक्षा और अभिलेखों के सत्यापन के आधार पर 23533 अभ्यर्थियों को चयन के लिए फिट पाया गया। इनमें से 11838 अभ्यर्थी, मेधा क्रम और आरक्षण के नियम के तहत अंतिम रूप से चयनित हुए हैं। चयनित अभ्यर्थियों में 43 प्रतिशत महिलाएं हैं। वहीं 447 गृहरक्षक अभ्यर्थियों का भी चयन सिपाही के लिए हुआ है। कोरोना संक्रमण के बीच बचाव के गाइडलाइन के साथ पर्षद द्वारा शारीरिक दक्षता परीक्षा आयोजित की गई।
974 कदाचार के मामले सामने आए
भर्ती के विभिन्न चरणों में 974 कदाचार के मामले पाए गए। पर्षद के मुताबिक प्राय: ये मामले अपने स्थान पर किसी अन्य से लिखित या शारीरिक दक्षता परीक्षा दिलाने से जुड़ा है।
अब मैट्रिक स्तर का होगा प्रश्न-पत्र
सिपाही के लिए आनेवाली परीक्षाएं और भी आसान होंगी। पर्षद का कहना है कि सरकार ने सिपाही के पद पर बहाली के लिए शैक्षणिक योग्यता इंटमीडिएट पास रखी है, लेकिन प्रश्न-पत्र मैट्रिक के समकक्ष रखने का निर्णय लिया है। फलत: भविष्य में होने वाली परीक्षाएं अपेक्षाकृत सरल होंगी। अभ्यर्थियों से दलालों के चक्कर में नहीं पड़ने की पर्षद ने अपील भी की गई है।