Crime News Indore। डकैती के षड़यंत्र में गिरफ्तार बदमाशों नितिन तिवारी, लोकेंद्र मनिया ने 50 से ज्यादा मोबाइल लूटने की घटनाएं स्वीकार ली लेकिन थानों में रिपोर्ट नहीं मिल रही है। विजय नगर थाना में तो पीड़ितों के आवेदन तक नहीं स्वीकारे। अफसर अब सिटीजन कॉप पर दर्ज शिकायतों में से आवेदकों को ढूंढ रहे हैं।
एएसपी (पूर्वी-2) राजेश रघुवंशी के मुताबिक आरोपित लोकेंद्र मनिया, नितिन तिवारी, अमन नरवरिया, विकास उर्फ विक्का नरवरिया, सुलेमान उर्फ प्रिंस साहनी, संजय जायसवाल को एनआरके बिजनेस पार्क के समीप से गिरफ्तार किया था। आरोपित कोरल इलेक्ट्रॉनिक प्लाजा में डकैती की साजिश रच रहे थे। पूछताछ में बताया बदमाशों ने जनता कर्फ्यू के दौरान रेडिशन चौराहा, रोबोट चौराहा, देवास नाका, सयाजी होटल, मेदांता अस्पताल के समीप कई लोगों को लूटा है। पीड़ितों में वो लोग थे जिनके स्वजन कोरोना संक्रमित होकर विभिन्न अस्पतालों में इलाज करवा रहे थे।
आरोपितों ने बताया सभी नशे के आदि हैं। स्मैक की पुड़िया को वे ‘टिकट’ बोलते थे। एक ‘टिकट’ 500 रुपये का लेकर आते थे। जिन लोगों से मोबाइल लूटे वो थाने तो पहुंचे लेकिन पुलिस ने रिपोर्ट ही नहीं लिखी। कई थानों में गुम होने का आवेदन लिया और रवाना कर दिया। कई थानों में तो आवेदन तक नहीं लिए। पुलिस अब सिटीजन कॉप पर दर्ज शिकायत के आधार पर आवेदकों की तलाश कर रही है। पुलिस अभी तक करीब 40 मोबाइल जब्त कर चुकी है। लूटे हुए मोबाइल खरीदने वाले डॉलर मार्केट के दुकानदार जॉनी की तलाश है। जॉनी सस्ते दामों पर मोबाइल खरीद कर नेपाल बेच देता था।