नई दिल्ली- Coronavirus Prevention: भारत में अब तक कोरोना वायरस के तीन पॉज़ीटिव केस सामने आए हैं, जबकि कई लोगों को निगरानी में रखा गया है। नॉवेल कोरोना वायरस बड़ी तेज़ी से दुनिया भर के देशों में फैल रहा है, जिससे लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। हालांकि, इससे डरने की ज़रूरत नहीं है। आपको सिर्फ इन चीज़ों को फॉलो करना है।
ये सच है कि इस इंफेक्शन का जोखिम बड़ा है, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप इससे डरें। जब तक आप निवारक उपायों का पालन करते रहेंगे और शुरू से ही एतियात बरतेंगे, तब तक आपके अच्छे स्वास्थ्य की गारंटी हैं। हम आपको बता रहे हैं सुरक्षा उपायों की एक लिस्ट के बारे में जो रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने जारी की है, जिसकी मदद से आप फ्लू और नॉवेल कोरोना वायरस के लक्षणों से सुरक्षित रह सकेंगे।
फ्लू या किसी अन्य वायरस का लगना बहुत आसान है, खासकर अगर आपने किसी वस्तु या सतह को छूआ है जिसे किसी संक्रामक ने छुआ था। किसी भी फ्लू के लक्षणों के लिए सबसे ज़रूरी है कि आप निवारक उपायो का पालन करें। अपने हाथ दिन में कई बार धोएं, नाक, मुंह और आखों को ढक कर रखें ताकि इंफेक्शन दूर रहे। साथ ही दरवाज़े के हैंडल, फोन्स और ऐसी ही किसी भी चीज़ को छूने के बाद हाथों को ज़रूर धोएं।
सिर्फ सर्जिकल मास्क काफी नहीं
इस बीमारी के साथ ही कई तरह की ग़लत सूचनाएं भी फैल रही हैं। कई लोगों का मानना है कि सर्जिकल मास्क का उपयोग संक्रमण के जोखिम को रोक सकता है और काट सकता है, लेकिन यह सच नहीं है। मेडिकल मास्क के उपयोग से इस इंफेक्शन का जोखिम भले ही कम हो जाए, लेकिन ये इसका उपाय नहीं है। डॉक्टर्स का कहना है कि N95 मास्क का ही इस्तेमाल करें, जो आसानी से उपलब्ध है।
क्लीनिक जानें से पहले अपने डॉक्टर को ज़रूर फोन करें
सेंटर्स ऑफ डिसीज़ कंट्रोल का कहना है कि अगर आपको फ्लू या कोरोना वायरस जैसे लक्षण महसूस हों, तो फौरन डॉक्टर को दिखाएं। लेकिन, एक निवारक उपाय के रूप में, आपको अपने डॉक्टर को क्लिनिक जानें से पहले सूचित ज़रूर करें। जिससे सभी कर्मचारी संभावित संक्रमण जोखिम के बारे में तैयार हो सकें। यदि आप चीन से हाल में लौटे किसी व्यक्ति से मिलने के बाद बीमार महसूस करते हैं, तो फौरन इलाज के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
संक्रमण वाली जगहों पर न जाएं
दुनिया भर के देशों ने संक्रमण के जोखिम को फैलने से रोकने के लिए सख्त जांच और दिशानिर्देश लागू कर दिए हैं। ऐसे में आप ये कर सकते हैं कि उन देशों की यात्रा करने से बचें जहां कोरोना वायरस फैला हुआ है, जैसे की चीन।