संप्रति पूरे विश्व में कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न गंभीर स्थिति स्वाभाविक रूप से मीडिया में हेडलाइन बनी हुई है। इस संदर्भ में और अन्यथा भी वायरस या बैक्टीरिया से संक्रमित होकर बीमार पड़ने वाले लोगों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर इम्यून सिस्टम को दुरुस्त बनाए रखने पर सभी चिकित्सा तथा स्वास्थ्य विशेषज्ञ एकमत हैं। ऐसे भी आंकड़े साफ तौर पर बताते हैं कि देश में सभी उम्र के लोग पहले की तुलना में अधिक संख्या में बीमार पड़ रहे हैं और वह भी छोटे-छोटे अंतराल में।आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? मेरा स्पष्ट मत है कि इसका एक बड़ा कारण आम तौर पर लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर होना है।
इम्यून सिस्टम हमारे शरीर के सेल्स (कोशिकाओं),टिश्यूज (ऊतकों) तथा ऑर्गन्स (अंगों) का एक कॉम्प्लेक्स नेटवर्क है जो आपस में मिलकर कीटाणुओं और रोगाणुओं से शरीर की रक्षा करता है। इस सिस्टम के कारण हमारे शरीर को कीटाणुओं-रोगाणुओं की पहचान करने में मदद मिलती है और फिर अपने नेटवर्क के पार्टनर्स के साथ मिलकर उन्हें नष्ट करना संभव होता है जिससे हमारा शरीर स्वस्थ रह पाता है। हमारा इम्यून सिस्टम अपने नेटवर्क के सारे हेल्दी सेल्स और टिश्यूज को पहचानता है और रोगाणुओं के बाहरी आक्रमण या संक्रमण के वक्त उन्हें प्रोटेक्ट भी करता है
आराम से बैठकर धीरे-धीरे आधा लीटर गुनगुना पानी पिएं। गुनगुने पानी में आधा नींबू का रस, एक चम्मच शहद और थोड़ा अदरक का रस डालकर पिएं तो और ज्यादा लाभ मिलेगा। सुबह शरीर को अच्छी तरह हाइड्रेट करने से शरीर से विषैली और अवांछित चीजों को निकालने में मदद मिलती है और इससे इम्यून सिस्टम अच्छा बना रहता है। अपनी जरूरत के हिसाब से समय-समय पर दिनभर पानी का सेवन करें। जहां तक संभव हो ठंडा पानी या अन्य कृत्रिम पेय से बचें।
रात में 7-8 घंटे की अच्छी नींद का बहुत ही अच्छा असर दिनभर के क्रियाकलाप पर दिखाई पड़ता है। नींद के दौरान हमारे शरीर को रिलैक्स करने और अंदरूनी रिपेयरिंग का मौका मिलता है। यही कारण है कि अच्छी नींद से हमारा इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। अंत में, उन बातों का जिक्र करना जरूरी है जिनके कारण हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। संक्षेप में कहें तो धूमपान, या किसी भी प्रकार का नशा तथा जंक फूड, फ्रोजेन, पैकेज्ड तथा प्रीजर्व्ड फूड का नियमित सेवन, अस्वच्छ या गंदा रहन-सहन, नकारात्मक सोच और अनावश्यक स्ट्रेस आदि इसके बड़े कारण हैं। अनियमित खान-पान एवं गलत दिनचर्या भी इसमें अपनी अहम भूमिका निभाती है।