कोरोना का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को बिहार में 137 कोरोना मरीजों की मौत हो गयी। मरने वालों में 36 पटना में जबकि 101 लोगों की मौत बिहार के अन्य जिलों में हो गयी। पटना के चार बड़े अस्पतालों एनएमसीएच में 21, पटना एम्स में 6, पीएमसीएच में 7 और आईजीआईएमएस में दो लोगों की मौत कोरोना से हो गयी। जिलों के पांच मरीजों की मौत पटना में इलाज के दौरान हो गयी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने 86 संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत की पुष्टि की है।
मंगलवार को मगध, भोजपुर और सारण में 48 लोग अपनी जान गंवा बैठे। इसके अलावा नालंदा के दो, वैशाली के दो और रोहतास के एक मरीज की मौत पटना में हो गई। जिलों में आज जहां ज्यादा मौतें हुईं उसमें गया में नौ, रोहतास में आठ और नालंदा के सात शामिल हैं। इसके अलावा मौत के आंकड़ों पर गौर करें तो बेगूसराय में छह, वैशाली और सारण में पांच-पांच, गोपालगंज और जहानाबाद में तीन-तीन, नवादा, अरवल और भोजपुर में दो-दो और कैमूर में एक को कोरोना ने लील लिया।
उत्तर बिहार के जिलों में मंगलवार को कोरोना से 30 लोगों की मौत हो गई। केवल मुजफ्फरपुर में 14 लोगों की जान चली गई। 14 में 9 लोगों की मौत एसकेएमसीएच के कोरोना वार्ड में हो गई जबकि पांच की मौत शहर के विभिन्न निजी अस्पतालों में हो गई । दरभंगा मेडिकल कॉलेज में सात लोगों की मौत कोरोना से हो गई। इनमें चार दरभंगा के रहने वाले थे जबकि दो समस्तीपुर और एक मधुबनी जिले के निवासी थे। बेतिया मेडिकल कॉलेज में सात लेागों की जान कोरोना से चली गई। सभी मोतिहारी के रहने वाले थे। इसके अलावा समस्तीपुर और सीतामढ़ी के सरकारी अस्पतालों में एक-एक व्यक्ति की मौत कोरोना से हो गई।
भागलपुर सहित कोसी व पूर्वी बिहार में मंगलवार को 23 कोरोना मरीजों की मौत इलाज के दौरान हो गई। भागलपुर के मायागंज अस्पताल में दस कोरोना मरीजों ने दम तोड़ दिया। इनमें से पांच मृतक भागलपुर जिले के तो चार बांका व एक कटिहार जिले के रहनेवाले थे। इसके साथ ही भागलपुर जिले में कोरोना से होनेवाली कुल मृतकों का आंकड़ा 160 पर पहुंच गया है, जबकि अप्रैल माह में अब तक 77 लोगों की कोरोना से जान चुकी है। वहीं, खगड़िया व मुंगेर में तीन-तीन लोगों की मौत कोरोना से हो गई। लखीसराय व जमुई में दो-दो लोगों की मौत की सूचना है। सुपौल व सहरसा में भी एक-एक व्यक्ति की कोरोना से मौत हो गई।