कोरोना से बुधवार को बिहार में 145 लोगों की मौत हो गयी। 38 की मौत पटना में जबकि 107 लोगों की मौत बिहार के अन्य जिलों में हो गयी। पटना के चार बड़े अस्पतालों एनएमसीएच में 16, पटना एम्स में 11, पीएमसीएच में 7 और आईजीआईएमएस में 4 लोगों की मौत कोरोना से हो गयी। जिलों के दो मरीजों की मौत पटना में इलाज के दौरान हो गयी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने 77 संक्रमितों की इलाज के दौरान मौत की पुष्टि की है।
मंगलवार को मगध, भोजपुर और सारण में 60 लोगों की मौत हो गई। सीवान के दो तथा वैशाली और सारण के एक-एक मरीज की मौत पटना में हो गई। जिलों में आज जहां ज्यादा मौतें हुईं, उनमें सीवान में 15, गया में 14 और रोहतास में आठ शामिल हैं। इसके अलावा मौत के आंकड़ों पर गौर करें तो नालंदा, वैशाली, कैमूर और सारण में पांच-पांच, गोपालगंज और अरवल में दो-दो के अलावा जहानाबाद, बक्सर और बेगूसराय में एक-एक को कोरोना ने लील लिया।
उत्तर बिहार में कोरोना से 26 की मौत हो गई।सबसे अधिक दस लागों की मौत बेतिया मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में हो गई। इनमें नौ लोग बेतिया और एक मोतिहारी के रहने वाले थे। मुजफ्फरपुर में आठ लोगों की मौत कोरोना से हो गई। 6 की मौत एसकेएमसीएच में जबकि दो लोगों की मौत शहर के एक निजी अस्पताल में हो गई। दरभंगा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान बुधवार को पांच लोगों ने दम तोड़ दिया। इनमें तीन लोग दरभंगा जबकि एक-एक समस्तीपुर और मधुबनी के रहने वाले थे। इसके अलावा मधुबनी,समस्तीपुर और सीतामढ़ी में एक-एक व्यक्ति की मौत कोरोना से हो गई।
कोसी व पूर्वी बिहार में 21 लोगों की कोरोना से मौत हो गई। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले 24 घंटे में 10 मरीजों की मौत इलाज के दौरान हो गई। इनमें छह भागलपुर जिले के रहनेवाले थे। मेडिकल कॉलेज में जिन लोगों की मौत हुई, उनमें दो मुंगेर के, एक बांका के और एक कटिहार के रहनेवाले थे। इसके अलावा बांका के दो और लोगों की कोरोना से मौत होने की सूचना है। इनमें एक की मौत सिलीगुड़ी में हुई है। मुंगेर में भी तीन कोरोना संक्रमितों की मौत इलाज के दौरान हो गई। सुपौल और जमुई में दो-दो व्यक्ति की जान चली गई। खगड़िया और पूर्णिया में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।