रायपुर। Chhattisgarh CGBSE 10th Result 2021: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं बोर्ड की मुख्य परीक्षा 2021 का मूल्यांकन इस बार ऐसा हुआ कि परिणाम शत प्रतिशत रहा। इसमें ऐसा रहा कि पूरक और फेल का झंझट ही खत्म हो गया। पहली बार 10वीं का परीक्षा परिणाम आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर जारी हुआ। इनमें 75 में से केवल 72 अंक मान्य हुए।
इसी तरह 70 अंक के प्रश्न पत्र में 68 अंक और 30 अंक के प्रोजेक्ट या प्रैक्टिकल में अधिकतम 29 अंक ही मान्य किए गए हैं। माशिमं ने 10वीं बोर्ड के स्वाध्यायी परीक्षार्थियों को न्यूनतम अंक देकर पास करने का निर्णय लिया था। स्वाध्यायी परीक्षार्थियों को असाइनमेंट जारी नहीं किया गया था।
ऐसे में इन परीक्षार्थियों को न्यूनतम अंक देकर पास कर दिया गया है, जो परीक्षार्थी संतुष्ट नहीं होंगे। वह श्रेणी सुधार की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। 10वीं परीक्षा पास करने के लिए आपको मनचाहा विषय चुनने के लिए विशेषज्ञों की सलाह की जरूरत होती है। ऐसे में आप जब भी विषय चुनें जो सोच-समझकर ही चुनें।
10वीं के बाद 11वीं में विषय चुनने के लिए ऐसे लें फैसला
विशेषज्ञों की मानें तो अब कक्षा 11वीं में इस सत्र में पढ़ाई भी पूरी होना लाकडाउन में मुश्किल लग रहा है। ऐसे में 10वीं के बाद कक्षा 11वीं की पढ़ाई के लिए कौन से विषय से चुनने चाहिए? 10वीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं की आइएएस, इंजीनियर, डाक्टर, सीए एवं प्रोफेसर आदि बनने की चाहत है, लेकिन अब आगे की पढ़ाई के लिए सही विषय का चयन ही उनके सपने को पूरा कर सकता है।
विषय चुनने से पहले इनका रखें ख्याल
- अगर आप कुछ भी निर्णय नहीं कर पा रहे हैं, तब करियर काउंसलर की मदद लें।
- अपने दोस्तों की देखा-देखी न करें।
- विषय का चयन करते समय अपने अभिभावक, शिक्षक और बड़ों की सलाह अवश्य लें।
- विषय के बारे में अपनी ताकत, कमजोरी, संभावनाएं और खतरों के आधार पर अपना आकलन करें।
- विषय का चयन में अपनी रुचि का भी विशेष ध्यान दें।
- अच्छे स्कोप के चक्कर में ऐसा सब्जेक्ट न चुनें, जिसमें बिल्कुल भी रुचि न हो।
- सलाह लें, लेकिन कंफ्यूज न हों, अपने विवेक का इस्तेमाल करना जरूरी है
जानें किस विषय में क्या-क्या है संभावनाएं
विज्ञान और गणितः यदि आपने 10वीं में गणित और विज्ञान में बेहतर उपलब्धि हासिल की है और पहले भी ये विषय आपके लिए रुचिकर रही है तो आप हायर सेकेंडरी की पढ़ाई के लिए ये विषय चुन सकते हैं। 12वीं के बाद फार्मेसी, बायोटेक्नोलाजी ,इंजीनियरिंग, आर्कीटेक्चर, टेक्नालाजी आदि पढ़कर आप वैज्ञानिक और चिकित्सक बनने का सपना भी पूरा कर सकते हैं।
कला में भविष्यः यदि आपने 10वीं में कला विषय में बेहतर परफार्मेंस किया है और अब 11वीं में कला विषय लेना चाह रहे हैं तो आप हिस्ट्री, जियोग्राफी, इकोनामिक्स, समाजशास्त्र एवं साहित्यिक विषयों पर भविष्य बना सकते हैं। 12वीं के बाद स्नातक एवं आइएएस और प्रोफेसर की तैयारी में ये विषय काम आएंगे।
वाणिज्य में क्या हैः यदि आप 11वीं में वाणिज्य संकाय से पढ़ना चाह रहे हैं तो इसमें 12वीं के बाद आप सीपीटी एग्जाम दे सकते हैं। चार्टर्ड अकाउंटेट (सीए) बन सकते हैं। बीकाम के साथ कंप्यूटर अकाउंटिंग का कोर्स , बैंकिंग, एसएससी, रेलवे ,सिविल सविर्सेज की तैयारी कर सकते हैं।
कैरियर साइकोलाजिस्ट का यह कहना…
‘बच्चों को अपने रुचि के अनुसार विषयों का चुनाव करना चाहिए। देखादेखी विषय न चुनें। परीक्षा के परिणाम नहीं , यह सोचे कि उन्होंने इस समय सीखा क्या है, पढ़ाई में सीखने के पैमाने पर अधिक जोर देने की जरूरत है।
डा. वर्षा वरवंडकर, कैरियर साइकोलाजिस्ट