ये तो सबको पता है कि बोर्ड परीक्षा में कैलकुलेटर व अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाना सख्त माना है। जो परीक्षार्थी किसी भी प्रतिबंधित सामान को परीक्षा में लेकर जाता है तो उस पर बोर्ड के नियमों के अनुसार कार्रवाई भी की जाती है। फरवरी-मार्च में बोर्ड परीक्षाएं प्रस्तावित हैं। अब बोर्ड परीक्षा के दौरान सीबीएसई (CBSE) के दसवीं और बारहवीं के परीक्षार्थी डिजिटल या स्मार्ट घड़ी नहीं पहन सकेंगे। बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक की ओर से जारी दिशा निर्देश में कहा गया कि परीक्षा के दौरान हर कमरे में घड़ी लगी रहेगी, वह हर घंटे के बाद घंटी बजाएगी। ऐसे में घड़ी पहनकर आने वालों की घड़ी परीक्षा के दौरान निकाल ली जाएगी। सीबीएसई की ओर से यह नियम पहली बार लागू किया गया है। सीआईएससीई की परीक्षाओं में भी बदले नियम लागू होंगे।
सीबीएसई की ओर से होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं में डिजिटल या स्मार्ट घड़ी पर पहले से ही पाबंदी है। अब दसवीं और बारहवीं की परीक्षा में भी बदले नियम लागू होंगे। सीबीएसई के साथ ही सीआईएससीई (CISCE) ने भी दसवीं और बारहवीं के बोर्ड परीक्षार्थियों को डिजिटल और स्मार्ट घड़ी पहनकर केंद्र पर आने पर पाबंदी लगा दी गई है। बोर्ड की ओर से जारी निर्देश में कहा गया कि यदि कोई परीक्षार्थी केंद्र पर स्मार्ट घड़ी पहनकर चले आए तो भीतर प्रवेश से पहले उन्हें घड़ी खोलनी पड़ेगी। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज का कहना है कि परीक्षा केंद्र के कमरों में दीवार घड़ी लगी रहेगी, हर घंटे पर घंटी बजाकर समय की सूचना दी जाएगी। कोई परीक्षार्थी घड़ी पहनकर आएगा तो उतरवा दिया जाएगा।
परीक्षार्थी यूनीफार्म में आएं परीक्षा देने
सीबीएसई और सीआईएससीई ने बोर्ड परीक्षा के दौरान सभी परीक्षार्थियों को यूनीफार्म में परीक्षा केंद्र पर आना अनिवार्य कर दिया है। सीबीएसई सभी केंद्रों को निर्देश दिया है कि केंद्रों पर परीक्षार्थियों की गिनती और पहचान उनके यूनीफार्म से की जाए। यदि एक परीक्षा केंद्र पर कई विद्यालयों का केंद्र हो तो ऐसे परीक्षार्थियों को मिलाकर बैठाना होगा। सीआईएससीई की परीक्षा के दौरान परीक्षा केंद्र अपने विद्यालय में ही होती है, इसके बाद भी सभी परीक्षार्थी यूनीफार्म में आएं।