मुंबई। एक जज की पत्नी ने Bombay High Court के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर अपने पति द्वारा प्रताड़ित किए जाने की शिकायत की है। महिला के वकील ने बताया कि 29 जुलाई को पत्र मिलने के बाद मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नंदराजोग ने उसे HC की रजिस्ट्री को प्रारंभिक जांच के लिए भेज दिया है।
महिला ने कहा है कि आठ मई 2007 को उनका विवाह हुआ था, जो वर्तमान में पुणे जिले के बारामती में जज के तौर पर तैनात हैं।
महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और उन्हें पति का घर छोड़कर अपनी मां के साथ रहने की सलाह दी।
पत्र के अनुसार, ‘मेरे पति और ससुराल के लोगों ने विवाह के तुरंत बाद मुझे और मेरे परिवार को दहेज के लिए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
5 लाख रुपये नकद व फर्नीचर देने तथा विवाह का खर्च उठाने के बाद भी मेरे पति और उनके परिवार ने बाद में एक कार और 30 एकड़ कृषि भूमि की मांग शुरू कर दी।’
महिला ने पत्र में दावा किया है कि जब उन्होंने इससे इन्कार किया तो उनके पति और ससुराल के लोगों ने मारपीट की और घर से निकाल दिया।
उसने कहा कि अपने जीवन को खतरे का अंदेशा होने पर उसने चार जुलाई 2012 को अपने पति और ससुरालवालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।