Black fungus in Bhopal: भोपाल शहर में ब्लैक फंगस से मंगलवार को दो और मौतें हो गई हैं। 15 नए मरीज मिले हैं। इस तरह मरीजों की संख्या 300 के करीब पहुंच गई है। इनमें से 50 फीसद मरीज हमीदिया अस्पताल और बाकी के निजी अस्पतालों में भर्ती है। जिन्हें इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं। उधर, मंगलवार को होशंगाबाद रोड स्थित एक निजी दवा स्टोर में इंजेक्शन को लेकर शाम को मारामारी शुरू हो गई। मरीजों के स्वजनों ने हंगामा किया तो पुलिस को बीच बचाव करना पड़ा है। वहीं ब्लैक फंगस से हो रही मौतों पर मानव अधिकार आयोग के न्यायमूर्ति नरेंद्र कुमार जैन ने संज्ञान लिया है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव, भोपाल संभागायुक्त और कलेक्टर से 31 मई तक प्रतिवेदन मांगा है। हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. लोकेंद्र दवे ने हमीदिया में दो मौत होने की पुष्टि की है। जानकारी के मुताबिक अस्पताल में जिस मरीज की मौत हुई है वह भाजपा नेता व गहोई समाज संगठन का पदाधिकारी था। उसकी विवाह 29 जून को होना था। वहीं दूसरी मौत एक निजी अस्पताल में हुई है।
मानव अधिकार आयोग ने यह पूछा
-ब्लैक फंगस के इंजेक्शन की पूर्ति एवं खरीद के बारे में क्या गाइडलाइन या नियम है?
– हमीदिया छह मरीज़ों की मौत क्या वास्तव में इंजेक्शन प्रदान नहीं करने की वजह से हुई है?
– इस बारे में शासन व अधिकारियों द्वारा क्या प्रयास किये गए?
– इसके लिये कौन अधिकारी ज़िम्मेदार है?
– क्यों मृत मरीज़ों के परिजनों को क्षतिपूर्ति दिलाने का नोटिस, आदेश व सिफारिश की जाये?