बिलासपुर। Bilaspur News: मानसून की आहट के साथ ही जिले में बारिश की शुस्र्आत हो गई है। प्रतिदिन मौसम बदल रहा है और बारिश भी हो रही है। बीते चार दिनों से जिले के किसी ना किसी क्षेत्र में बारिश हो रही है। इसके चलते समितियों में डंप कर रखे गए धान की बर्बादी भी हो रही है। तीन लाख 11 हजार क्विंटल धान अभी भी समितियों में डंप पड़ा हुआ है। बारिश से बचाव का समुचित उपाय ना होने के कारण भीग रहा है। जाहिर है धान की गुणवत्ता भी प्रभावित होगी।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ने समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी के लिए जिले में 128 खरीदी केंद्रों की स्थापना बीते खरीफ वर्ष में की थी। धान खरीदी से पहले राज्य शासन ने गाइड लाइन जारी किया था। इसके अनुसार एक हजार क्विंटल धान की खरीदी के बाद खरीदी केंद्रों से संग्रहण केंद्र के लिए परिवहन की व्यवस्था कराई जाएगी। इसके बाद ही धान की खरीदी दोबारा प्रारंभ की जाएगी। इस निर्देश का खरीदी के दौरान पालन नहीं हुआ। समितियों में किसान धान लेकर आते रहे और टोकन कटवाने अपनी बारी का इंतजार करते रहे।
इसी आपाधापी में किसान भी परेशान होते रहे। धान की खरीदी के बाद समिति प्रभारियों ने परिवहन को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई। जिले के 122 समितियों मंे अब भी समर्थन मूल्य पर खरीदी की गई धान को डंप कर रखा गया है। संग्रहण्ा केंद्र परिवहन ना होने के कारण समितियों में बिना सुरक्षा के लावारिस हालत में पड़ा हुआ है। बारिश का मौसम अब शुरू होने वाला है। खुले आसमान के नीचे रखे बारदानों को बारिश से बचाने के लिए तारपोलिन भी नहीं ढका गया है। बारिश में धान भीग रहा है। गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है।
वर्जन
जिले की विभिन्न् समितियों मंे अब भी तीन लाख 11 हजार क्विंटल धान डंप पड़ा हुआ है। इसके उठाव की व्यवस्था करने कहा गया है। जल्द उठाव करा लिया जाएगा।