Bilaspur News: तीन दिनों के अवकाश के बाद सोमवार से एक बार फिर जिले के धान खरीदी केंद्रों में किसानों की धमक बढ़ेगी। किसान धान बेचने के लिए पहुंचेंगे। बारदानों की कमी के बीच किसान धान बेेेेचने और टोकन के लिए मशक्कत करते दिखाई देंगे। राज्य शासन के निर्देश पर समूचे प्रदेश मेे एक दिसंबर से किसानों का धान समर्थन मूल्य पर खरीदने का कार्य प्रारंभ किया गया है।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक और मार्कफेड के आंकड़ों पर नजर डालें तो अब तक दो अरब 45 लाख स्र्पये की धान खरीदी की जा चुकी है। बैंक व जिला विपणन शाखा ने 31 हजार 313 किसानों का धान अब तक खरीद लिया है। समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए जिले के एक लाख पांच हजार किसानों ने विभिन्न् समितियों के माध्यम से पंजीयन कराया है।
पंजीकृत किसानों का धान खरीदने से पहले समितियों द्वारा टोकन जारी किया जा रहा है। टोकन में तिथि भी तय कर दी जा रही है कि किस तारीख को किसान अपना धान लेकर समिति आएंगे। टोकन में जारी तिथि के अनुसार ही खरीदी की जा रही है। जैसे-जैसे धान खरीदी का कार्य गति पकड़ रहा है खरीदी केंद्रों में बारदाना का टोटा भी होने लगा है। बारदाना संकट के बीच धान बेचने वाले किसानोें की परेशानी भी बढ़ने लगी है।
शासन के निर्देश पर नजर डालें तो अब किसानों के बारदाना पर ही धान खरीदी का कार्य होगा। किसानों को इसका अलग से भुगतान किया जाएगा। मार्कफेड को उचित मूल्य दुकानों के अलावा राइस मिलरों से बारदाना लेना है। जिले के राशन दुकानदारों से मार्कफेड को 45 हजार बारदाना लेना है। पीडीएस से अब भी बारदाना की आपूर्ति नहीं की जा रही है। इसके चलते खरीदी केंद्रों में संकट गहराने लगा है।