रायपुर। Bijapur Police Naxal Encounter: गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू बीजापुर नक्सली घटना में घायल जवानों को देखने राजधानी के रामकृष्ण केयर हास्पिटल पहुंचे। उन्होंने घायल जवानों को देखा और उनका हालचाल जाना। इस मौके पर उन्होंने जवानों के बेहतर इलाज के लिए चिकित्सकों को निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा पर जोनागुड़ा ग्राम के समीप सुरक्षा बलों और नक्सली मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए। गृहमंत्री ने जवानों की शहादत पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि सुरक्षा बलों की शहादत बेकार नहीं जाएगी।
गृहमंत्री ने कहा कि बस्तर अंचल का विकास हमारा मुख्य उद्देश्य है। इसके लिए लगातार नक्सली अभियान चलाए जा रहे हैं। पिछले दो साल में कहीं पर भी फर्जी मुठभेड़ नहीं हुई है। इस अवधि में सर्वाधिक नक्सली मारे गए हैं, गिरफ्तार हुए हैं, सरेंडर हुए हैं। यही हमारी नक्सली रणनीति है और इसमें हम कामयाब भी हुए हैं।
गृहमंत्री ने कहा है कि इस अभियान से नक्सली एक स्थान पर सिमट गए हैं। तीन अप्रैल को आपरेशन उन्हीं स्थानों पर हुआ है, बड़ी संख्या में जवान गए थे। दो अप्रैल की रात से बीजापुर और सुकमा से अलग-अलग पांच पार्टियां अभियान में गई थीं, जिनमें डीआरजी, एसटीएफ, सीआरपीएफ, कोबरा के जवान शामिल थे। तीन अप्रैल को लगभग 12 बजे नक्सलियों से तीन घंटे मुठभेड़ चली।
राजधानी के इन अस्पतालों में घायल जवानों का चल रहा इलाज
नक्सली हमले के बाद कुल सात जवानों को उपचार के लिए राजधानी लाया गया है। रामकृष्ण अस्पताल में तीन जवान हैं, जिनमें देवप्रकाश एसटीएफ, संदीप द्विवेदी सीआरपी कोबरा, बलराम सीआरपीएफ कोबरा के जवान हैं। वहीं श्री नारायणा अस्पताल में कोबरा बटालियन के दो जवान हैं- अभिषेक पांडेय और देवेंद्र दुबे। एमएमआइ अस्पताल में मनीष कुमार सीआरपीएफ कोबरा के जवान हैं और बालाजी अस्पताल में एक जवान का इलाज चल रहा है। इधर डॉक्टरों का कहना है कि किसी भी जवान की जान को खतरा नहीं है।