बिहार के समस्तीपुर जिले में छेड़खानी मामले में दो युवकों की गिरफ्तारी के बाद मुखिया के नेतृत्व में आक्रोशित ग्रामीणों ने अंगारघाट थाने पर बुधवार रात जमकर बवाल काटा। ग्रामीणों ने थाने के बाहर फूलों की सुरक्षा के लिए बनाए गए बाड़ी को भी तोड़ दिया। बाद में एसडीपीओ दिनेश कुमार पांडेय ने आक्रोशित लोगों की शिकायत पर एक पुलिस जमादार को स्थानांतरित करने का आश्वासन देकर सभी को शांत किया।
जानकारी के अनुसार चैता उत्तरी के दो युवकों को चैता दक्षिणी में छेड़खानी करने का आरोप लगाकर लड़की के परिजनों व ग्रामीणों ने बंधक बना लिया था। बाद में पंचायत हुई, जिसमें युवकों पर जुर्माना लगाया गया। इस पर युवकों के परिजनों ने आपत्ति जतायी तथा जुर्माना भरने से इंकार कर दिया। इसी पर दोनों पक्ष आपस में उलझ गए। विवाद बढ़ता देखकर अनहोनी की आशंका को लेकर किसी ने पुलिस को मामले की सूचना दी। इस पर अंगारघाट थाने की पुलिस पहुंची और बंधक बने युवको को हिरासत में लेकर थाने को गाड़ी से चली।
बताया जाता है कि पुलिस की गाड़ी के पीछे-पीछे मुखिया भी दो तीन बाइक से थाने जा रहे थे। उसी दौरान रास्ते में पुलिस और मुखिया के बीच विवाद हुआ। मुखिया का आरोप है कि पुलिस ने उनकी बाइक में धक्का मार दिया। ग्रामीणों को जैसे ही इसकी जानकारी हुई सभी रात में ही थाने पर पहुंच कर हंगामा करने लगे। थाने का गेट बंद रहने के कारण ग्रामीण अंदर नहीं घुस पाये, लेकिन बाहर जमकर हंगामा किया।
इस संबंध में एसडीपीओ ने बताया कि छेड़खानी के आरोप में घेरकर रखे गए दोनों युवकों को पुलिस बचाकर थाने ले आयी थी। लोगों के आक्रोश को देखते हुए एएसआई सूचित कुमार पांडेय का अन्यत्र स्थानांतरण के लिए उन्होंने अनुशंसा भेज दिया है। वहीं गिरफ्तार आरोपितों को जेल भेजा जाएगा।