रविवार से दक्षिणी भाग में पुरवा हवाओं का प्रभाव
मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से यह पूर्वानुमान किया गया है कि राज्य के दक्षिणी भाग में पुरवा हवाओं का प्रभाव अगले 24 घंटों में बढ़ेगा। इससे नमी का प्रवाह इन इलाकों में बढ़ने के आसार हैं। ऐसे में दिन के पहले आधे भाग में वायुमंडल में ताप बढ़ेगा लेकिन नमी की मात्रा का साथ मिलते ही आंधी तूफान की स्थिति बनेगी। मेघ गर्जन और आकाशीय बिजली गिरने जैसी घटनाएं भी संभावित हैं।
सूबे में हर साल होता है बड़ा नुकसान
राज्य में प्री मानसून सीजन यानी मार्च से मई के बीच कालबैशाखी के कहर से हर साल जन धन की भारी क्षति होती है। आकाशीय बिजली से असमय मौत की घटनाओं में बढ़ोतरी होती है, वहीं आंधी-तूफान से आम औ लीची जैसे फसलों को भी नुकसान होता है। इधर मौसम विभाग की ओर से संभावित स्थिति को देखते हुए पहले से सटीक पूर्वानुमान की तैयारी की जा रही है।
पटना का पारा गिरा , अन्य जिलों में गर्मी बढ़ी
पिछले 24 घंटों में पटना के तापमान में दो से ढाई डिग्री की कमी आई है, जबकि राज्य के बाकी भाग में एक से डेढ़ डिग्री तक पारा ऊपर चढ़ा है। शनिवार को पटना का पारा 31.4 डिग्री जबकि गया का 32.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भागलपुर में अधिकतम 33.1, पूर्णिया में 30.1 जबकि वाल्मिकी नगर में 32 डिग्री सेल्सयस दर्ज किया गया। शनिवार को सूबे में भागलपुर सबसे गर्म रहा। भागलपुर को छोड़कर बाकी सभी प्रमुख शहरों का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री तक अधिक रहा। इधर लगातार पछुआ के प्रवाह से वातावरण में नमी की मात्रा में भारी गर्मी हुई है। शनिवार को फारबिसगंज के आसपास पुरवा हवाओं का प्रभाव दिखने से आंशिक आंधी की स्थिति बनी। मौसम विभाग का यह भी कहना है कि राज्य के पश्चिमी भाग में अभी एक दो दिनों तक पछुआ हवाओं का प्रभाव बना रहेगा। दिन का तापमान हवा की दिशा और मौसम की तब की स्थिति पर निर्भर करेगी।