बिहार में एक हफ्ते तक राहत के बाद गर्मी फिर से बढ़ने लगी है। पिछले 24 घंटे में राज्य के लगभग सभी जिलों के पारे में एक से डेढ़ डिग्री तक की बढ़ोतरी हुई है। अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी का असर न्यूनतम पारे पर भी पड़ा है। पटना में शुक्रवार को इस सीजन का सबसे गर्म दिन रहा और अधिकतम पारा 33.8 डिग्री दर्ज किया गया।
राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान पटना में ही दर्ज किया गया। गर्मी की वजह से दोपहर में सड़कों पर आम दिनों से कम लोग दिखे। पिछले 24 घंटों में ढाई डिग्री से अधिक की बढ़ोतरी का असर राजधानी के बाजारों पर भी दिखा है। गया, भागलपुर और पूणिया में भी पारे में आंशिक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। लगातार शुष्क पछुआ हवा बढ़ने से वातावरण में नमी की कमी होती जा रही है और आर्द्रता का प्रतिशत नीचे आ रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 15 मार्च तक 32 से 34 डिग्री के बीच पारा रहने का अनुमान है।
मार्च से मई तक प्री मानसून सीजन, कालबैशाखी का रहेगा प्रभाव
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मार्च से मई तक सूबे में प्री मानसून सीजन माना जाता है। इस दौरान सूबे में हर साल कालबैशाखी प्रभावी हो जाता है। इसमें तेज मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। राज्य में हर साल इस मौसम में ओला वृष्टि भी होती है। मौसम विभाग की ओर से ऐसे में पूर्वानुमान को बेहतर करने के उद्देश्य से अभी से तैयारी शुरू हो गई है। मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि अगले कुछ दिनों में इसकी स्थिति आ सकती है। धूल भरी आंधी का प्रभाव राज्य के कई हिस्सों में दिखेगा। सात मार्च से सूबे में पूर्वा के बहने के संकेत मिल रहे हैं। इसके प्रभाव से न्यूनतम पारा आंशिक रूप से ऊपर चढ़ेगा, जबकि राज्य के दक्षिणी भाग में कुछ जगहों पर मेघ गर्जन की स्थिति बन सकती है।
ऐसा रहा प्रमुख शहरों का पारा
शहर अधिकतम न्यूनतम
पटना 33.8 15
गया 32 11.7
भागलपुर 32.5 16.5
पूर्णिया 29 14.2