बिहार में आज से पूर्वी हवा का प्रभाव दिख सकता है। सूबे में मौसम शुष्क बना हुआ है लेकिन पुरवा के संभावित दायरा बढ़ने से यह उम्मीद की जा रही है कि अगले एक-दो दिनों में नमी का प्रवाह बढ़ेगा। शुक्रवार को सूबे में अपेक्षाकृत गर्मी बढ़ने से लोगों की परेशानी बढ़ी है। 24 घंटों में पटना, गया, भागलपुर समेत अन्य शहरों में दो डिग्री की बढ़ोतरी देखी गई है।
पटना का अधिकतम पारा 38 डिग्री सेल्सियस जबकि गया का 38.3 डिग्री सेल्सियस रहा। भागलपुर सूबे में सबसे गर्म रहा जहां पारा 39 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। पूर्णिया में अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री ऊपर 36 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वाल्मिकीनगर में अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा। इससे पहले गुरुवार तक सूबे के उत्तर पूर्वी भाग में पुरवा का प्रभाव रहा, जबकि शेष भाग में उत्तर पश्चिमी हवाओं का प्रवाह होता है।
आठ प्रतिशत तक पहुंच गई है गया में आर्द्रता
लगातार शुष्क हवाओं के प्रवाह से सूबे के उत्तर ओर उत्तर पूर्वी भाग को छोड़कर शेष भागों में आर्द्रता का प्रतिशत लगातार नीचे आ रहा है। गया में गुरुवार को आर्द्रता मात्र आठ प्रतिशत दर्ज की गई। पटना में यह 16 प्रतिशत रही। मौसमविदों का कहना है कि भागलपुर में शाम में आर्द्रता 46 प्रतिशत रही, जबकि पूर्णिया में यह 28 प्रतिशत रिकॉर्ड की गई। सूबे के लगभग सभी शहरों का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री तक नीचे है।
मार्च में रहा एक पश्चिमी विक्षोभ का असर
सूबे में मार्च में बारिश की स्थिति नहीं रहने से यह पिछले साल से अपेक्षाकृत गर्म रहा। पश्चिमी विक्षोभ के कम प्रभावी होने की वजह से सूबे में बारिश नहीं के बराबर हुई। अमूमन मार्च महीने में तीन बार इसका प्रभाव सूबे में देखा जाता है, लेकिन इस बार यह एक बार ही प्रभावी हुआ। यही वजह रही कि अधिकतम पारा पिछले साल की अपेक्षा तीन डिग्री अधिक रहा और लोगों ने इस मार्च गर्मी ज्यादा महसूस की। हालांकि, शुक्रवार से मौसम विभाग ने पुरवा का प्रभाव पूरे सूबे में बढ़ने की बात कही है जिससे अधिकतम पारे में कमी के आसार हैं।