भोपाल: शहर के उपनगर कोलार की करीब चार लाख की आबादी को जल्द ही मप्र जल एवं भूमि प्रबंध संस्थान (वाल्मी) पुल से आवाजाही की सुविधा मिलेगी। शनिवार को मप्र विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष व हुजूर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामेश्वर शर्मा और मप्र शासन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिसोदिया ने इस पुल का निरीक्षण किया। राजधानी परियोजना प्रशासन (सीपीए) द्वारा पांच करोड़ की लागत से बनाए गए इस पुल के शुरू होने से अमरनाथ, सांईनाथ, पैलेस आर्चर्ड, दामखेड़ा ए सेक्टर, सर्वधर्म ए सेक्टर सहित अन्य तीन दर्जन से अधिक कालोनी कोलार मुख्यमार्ग से कोलार नहर चौराहे से न होते हुए सीधे इस पुल से सीधे नेहरू नगर, कोटरा सुल्तानाबाद, नीलबड़ व रातीबढ़ तक आवाजाही कर सकेंगे। बता दें कि वाल्मी प्रबंधन की आपत्ति के बाद बीते चार सालों से पुल शुरू नहीं हो पा रहा है।
प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के तहत आने वाला वाल्मी पुल के पहुंच मार्ग देने के लिए पिछले आनाकानी कर रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की घोषणा को पूरी करने के लिए पुल का निर्माण एवं पहुंच मार्ग बनाएं जाने के लिए निरंतर प्रयास मप्र विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष व हुजूर विधानसभा क्षेत्र के विधायक रामेश्वर शर्मा कर रहे हैं। शनिवार को पहले पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया की विशेष उपस्थिति में पहुंच मार्ग के निर्माण के संबंध में विधानसभा अध्यक्ष कक्ष में बैठक हुई। इसके बाद मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया एवं विधायक रामेश्वर शर्मा अधिकारियों के साथ स्थल का निरीक्षण करने पहुंचें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही वाल्मी प्रबंधन से चर्चा करते हुए रास्ता खुलवाकर वाल्मी पुल शुरू कराया जाएगा। रामेश्वर शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कलियासोत नदी पर चार पुलों के निर्माण की घोषणा की थी। इसमें से दो पुल गुराडी और दानिशकुंज शुरू हो चुके हैं। जेके अस्पताल पर एक पुल निर्माणाधीन है, लेकिन वाल्मी पुल जोकि बनकर तैयार हो चुका है हुआ है, कुछ अधिकारियों की हठधर्मिता की वजह से नागरिकों को इसका लाभ नही मिल पा रहा है।
शर्मा ने कहा कि मंत्री सिसोदिया के साथ दौरा किया है। निश्चित रूप से जल्द ही मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप कोलार की यातायात समस्या का निराकरण होगा। वहीं मंत्री महेंद्र सिसोदिया ने कहा कि विधानसभा के सामयिक अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा एवं पंचायत विभाग के अधिकारियों के साथ दौरा किया है। जल्द ही कोलारवासियों की सुविधा के लिए वाल्मी प्रबंधन से चर्चा कर रास्ता निकाला जाएगा।